‘बांग्ला बोलने से कोई बांग्लादेशी नहीं होता’, दिल्ली की जयहिंद कॉलोनी के मामले पर भड़कीं ममता बनर्जी

by Carbonmedia
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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार (10 जुलाई) को भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह दिल्ली की जय हिंद कॉलोनी में बंगाली प्रवासी श्रमिकों को निशाना बना रही है और राज्य की सीमाओं से बाहर अपना बंगाली विरोधी एजेंडा फैला रही है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर कड़े शब्दों में लिखे पोस्ट में ममता बनर्जी ने कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी के वसंत कुंज इलाके में बंगाली निवासियों के उत्पीड़न और जबरन बेदखली की खबरों से बेहद परेशान हैं.
सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा सरकार पर लगाया आरोप
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाली की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित प्रशासन ने बंगाली निवासियों को विस्थापित करने के प्रयास में उन्हें पानी और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित कर दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं नई दिल्ली के वसंत कुंज स्थित जय हिंद कॉलोनी से उत्पीड़न की चौंकाने वाली खबर सुनकर बहुत परेशान हूं. इस कॉलोनी में मुख्य रूप से बंगाली लोग रहते हैं, जिन्होंने शहर के असंगठित कार्यबल के हिस्से के रूप में निर्माण किया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘कथित तौर पर भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के आदेश पर उनकी पानी की आपूर्ति काट दी गई. बिजली के मीटर जब्त कर लिए गए और परसों अचानक बिजली काट दी गई. कॉलोनी के निवासियों का यह भी दावा है कि दिल्ली पुलिस ने RAF कर्मियों के सहयोग से उनके मंगवाए गए पानी के निजी टैंकरों को रोक दिया, जिनके लिए कॉलोनी के निवासियों ने भुगतान किया था. ’’
भाजपा बांग्ला भाषियों के साथ घुसपैठियों जैसा कर रही व्यवहार- ममता
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पिछले साल दिसंबर महीने में दिल्ली पुलिस की ओर से एक अन्य उल्लंघन के बाद मामला न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद, जबरन बेदखली की जा रही है. अगर आश्रय, पानी, बिजली के बुनियादी अधिकारों को कुचला जा रहा है, तो हम एक लोकतांत्रिक गणराज्य होने का दावा कैसे कर सकते हैं?’’
उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह की कार्रवाई बांग्ला भाषी भारतीयों की पहचान और भाषा का अपराधीकरण करने के समान है. उन्होंने भाजपा पर बांग्ला भाषी लोगों के साथ अपने ही देश में घुसपैठियों जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाया.
बंगाल में 1.5 करोड़ से ज्यादा प्रवासी सम्मान से रह रहे- ममता
बनर्जी ने कहा, ‘‘बंगाल में डेढ़ करोड़ से ज्यादा प्रवासी मजदूर हैं जो सम्मान के साथ रह रहे हैं. लेकिन भाजपा शासित राज्यों के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता, जहां बंगालियों के साथ अपने ही देश में घुसपैठियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है. बांग्ला बोलने से कोई बांग्लादेशी नहीं हो जाता. ये लोग भी उतने ही भारत के नागरिक हैं जितने कोई और, चाहे वे कोई भी भाषा बोलते हों.’’
हर संभव मंच पर मामले को उठाने का ममता बनर्जी ने लिया संकल्प
उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक रूप से हावी होने में विफल होने के बाद, भाजपा अब गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा और मध्यप्रदेश जैसे भाजपा शासित राज्यों में बंगालियों को रणनीतिक रूप से निशाना बना रही है. उन्होंने ऐलान किया कि बंगाल चुप नहीं बैठेगा. उन्होंने इस मामले को हर संभव मंच पर उठाने का भी संकल्प लिया.
ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले में हिरासत में लिए गए बांग्ला भाषी लोग
यह घटनाक्रम बुधवार (9 जुलाई, 2025) को उठे एक राजनीतिक विवाद के बाद सामने आया है, जब पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भाजपा के नेतृत्व वाली ओडिशा सरकार पर झारसुगुड़ा जिले में बांग्ला भाषी प्रवासी श्रमिकों को वैध दस्तावेजों के बावजूद अवैध रूप से हिरासत में रखने का आरोप लगाया था. ओडिशा पुलिस ने इस आरोप को सत्यापन योग्य कागजात की कमी का हवाला देते हुए तुरंत खारिज कर दिया था.
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