यूपी के बांदा में यमुना और केन नदी एक बार फिर से उफान पर हैं. बारिश की वजह से नदियों में लगातार जलस्तर बढ़ रहा है, जिसकी वजह से जनपद के 2 दर्जन से अधिक गांवों बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. इन गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क टूट गया है.
बांदा में यमुना नदी खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है. जिसकी चलते बांदा-कानपुर मार्ग में बाढ़ का पानी आ गया है और इस रास्ते का बंद कर दिया गया है. केन नदी भी खतरे के निशान से मात्र 2 मीटर नीचे है. प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति पर नजर रखी जा रही है और बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही यमुना
बांदा में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 2 मीटर से ऊपर जा चुका है और इसमें लगातार बढ़ोतरी भी हो रही है. जिसके चलते यहां के चिल्ला, जसपुरा, पैलानी और तिन्दवारी क्षेत्र के कई गांव में पानी घुस चुका है. चिल्ला के नजदीक यमुना का पानी सड़क तक पहुंच जाने के कारण प्रशासन ने बांदा-कानपुर मार्ग को भी बंद कर दिया है.
बांदा-कानपुर मार्ग बंद होने की वजह से यहां कानपुर और लखनऊ का आवागमन भी ठप हो गया है. नदियों के किनारे निचले हिस्से में बसे कई गांवों में बाढ़ का पानी अन्दर बस्ती तक पहुंच चुका है जिससे ग्रामीण भयभीत हैं. लोग अपना सामान को लेकर सुरक्षित स्थानों की ओर रुख कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई मदद नही मिल रही है.
हालात पर प्रशासन की नजर
बांदा की जिलाधिकारी जे रीभा ने कहा कि मध्यप्रदेश में अधिक बारिश होने की वजह से यहां की केन और यमुना नदी उफान पर हैं. जनपद के 13 गांवों का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है. यहां आवागमन के लिए स्टीमर और नाव की व्यवस्था की गई है.
डीएम ने कहा कि अभी गांव में लोगों को बाहर शिफ्ट करने की स्थिति नही है. प्रशासन की तरफ से तैयारी पूरी है सभी बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट कर दिया गया है. संबंधित अधिकारियों द्वारा लगातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
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