भास्कर न्यूज | अमृतसर शहर के प्राचीन शिवाला बाग भाइयां में सोमवार को 41 दिनों तक चलने वाला बाबा भोलेनाथ के महारुद्राभिषेक शुरू किया गया। सुबह 8 से 9:30 तक चले इस रुद्राभिषेक में मंदिर ट्रस्टियों के अलावा कई शिव भक्त पहुंचे। पांच पंडितों ने मिलकर सबसे पहले मंत्रोच्चारण करके नवग्रह पूजन सहित सभी देवी-देवताओं का आवाहन किया। इसके बाद चांदी की थाली में चांदी के पंचमुखी शिवलिंग, मां गौरा, नंदीगन, कार्तिकेय और शेषनाग को रखकर पूजा अर्चना शुरू की। इसमें दूध, दही, देसी घी, गंगाजल, शक्कर, शहद, गन्ने का रस, जूस, भांग, पान के पत्ते, बिल्वपत्र के साथ बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना की। वहीं बिल्व पत्तों के ऊपर रामनाम लिखकर भक्तों ने शिवलिंग पर चढ़ाए। मंदिर ट्रस्टी जतिंदर अरोड़ा, महासचिव संजय अरोड़ा की अध्यक्षता और बाबा भोलेनाथ के आशीर्वाद से शुरू किए रुद्राभिषेक डेढ़ घंटा चला। इसी दौरान भक्तों ने बाबा भोलेनाथ को कई तरह के फल, मिठाइयां चढ़ाईं। जिसे बाद में प्रसाद के रूप में भक्तों को बांटा। इस मौके पर अरोड़ा ने कहा कि बाबा भोलेनाथ का रुद्राभिषेक रोजाना 41 दिनों तक चलेगा। जिसमें रोजाना बाबा जी की पूजा की जाएगी। इस मौके पर बलदेव राज बग्गा, सांवल सेठ, अमित, दिलिप, शिव अरोड़ा, सोनू, अजय सरीन, पंडित कन्हैया लाल शास्त्री, पंडित जगदीश, चित्रा शास्त्री समेत कई भक्त मौजूद रहे।
बाबा भोलेनाथ की राम नाम लिखे बिल्वपत्रों से पूजा-अर्चना, डेढ़ घंटे महारुद्राभिषेक
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