Hepatitis Prevention Tips in Monsoon: बारिश के मौसम में बीमारियां बढ़ जाती हैं. खासतौर पर हेपेटाइटिस ए और ई, जो संक्रमित पानी या खाने से आसानी से फैल जाते हैं. लीवर को प्रभावित करने वाली इस बीमारी से बचने के लिए हमें कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए. आइए जानते हैं मानसून में हेपेटाइटिस से बचाव के 5 सबसे जरूरी उपाय.
साफ पानी पिएं
हेपेटाइटिस ए और ई का सबसे बड़ा कारण है दूषित पानी. इसलिए बारिश के मौसम में नल का या बाहर का पानी सीधे पीना बिल्कुल न करें. हमेशा उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी ही इस्तेमाल करें. अगर बाहर हैं तो बोतलबंद सील्ड पानी लें और उसके सील पैक पर ध्यान दें.
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बाहर का खाना खाने से बचें
मानसून में सड़क किनारे या खुले में मिलने वाला खाना जल्दी संक्रमित हो जाता है. गोलगप्पे, चाट, कटे हुए फल या गीला तला-भुना खाना हेपेटाइटिस को न्योता दे सकता है. कोशिश करें कि इस मौसम में घर का ताजा और गर्म खाना ही खाएं.
हाथ धोने की आदत को न करें नजरअंदाज
बारिश में कीचड़ और गंदगी से संक्रमण का खतरा बहुत ज़्यादा होता है. ऐसे में हर बार खाना खाने से पहले और टॉयलेट के बाद साबुन से हाथ धोना या सेनेटाइजर का इस्तेमाल करना बेहद ज़रूरी है. यह एक छोटी सी आदत बड़े रोगों से बचा सकती है.
गीले कपड़ों में देर तक न रहे
मानसून में भीगना भले ही रोमांटिक लगे, लेकिन गीले कपड़ों में देर तक रहना आपकी इम्यूनिटी को कमजोर करता है. कमजोर इम्यून सिस्टम हेपेटाइटिस जैसे इंफेक्शन की चपेट में जल्दी आ सकता है. भीगने के बाद तुरंत कपड़े बदलें और शरीर को गर्म रखें.
वैक्सीनेशन जरूरी है
हेपेटाइटिस ए और बी की वैक्सीन उपलब्ध है और यह काफी हद तक सुरक्षा देती है. अगर आपने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है तो डॉक्टर से सलाह लें और वैक्सीनेशन जरूर करवाएं. खासकर बच्चों और बुज़ुर्गों को यह सुरक्षा देना बेहद ज़रूरी है.
मानसून का मजा तभी है जब सेहत भी साथ दे. इसलिए सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है. हेपेटाइटिस जैसी बीमारी को हल्के में न लें और इन 5 आसान से टिप्स को अपनाकर इस बरसात को बनाएं हेल्दी.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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