पानीपत में बाल विवाह के खिलाफ एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। पानीपत इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में बाल विवाह विरोधी हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया। इस अभियान का उद्घाटन पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह (आईपीएस) ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित पुलिस अधीक्षक भूपेंद्र सिंह ने कहा कि इस हस्ताक्षर अभियान का मुख्य उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना है। उन्होंने बताया कि बाल विवाह न केवल कानूनी अपराध है बल्कि मासूम बच्चों के शोषण का कारण भी बनता है। बाल विवाह की जानकारी देने का आह्वान पुलिस अधीक्षक ने लोगों से आह्वान किया कि अगर किसी को कहीं भी बाल विवाह की जानकारी मिले तो बिना हिचकिचाहट प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने आश्वासन दिया कि कानून उनके साथ है और उनकी एक आवाज किसी बच्चे का भविष्य संवार सकती है। इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक सतीश वत्स, चाइल्ड मैरिज प्रोहिबिशन एवं संरक्षण अधिकारी रजनी गुप्ता और पानीपत इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज दुआ भी मौजूद थे। बाल विवाह मुक्त जिला बनाना लक्ष्य बाल संरक्षण अधिकारी रजनी गुप्ता ने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई ही नहीं, बल्कि हमारे बच्चों के भविष्य पर पड़ने वाला गहरा प्रभाव है। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य पानीपत को बाल विवाह मुक्त जिला बनाना है। गुप्ता ने जोर देकर कहा कि सामाजिक संगठन और पुलिस विभाग मिलकर इस कुरीति को जड़ से समाप्त कर सकते हैं। कार्यक्रम में नितिन मदान, मनीष छाबड़ा, निहित गोयल, अभिमन्यु बत्रा, विनीत और अंकुश बठला भी उपस्थित रहे। किताबों और सपनों से जुड़ा हो बच्चा अभियान का मूल उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि समाज का हर बच्चा शादी और जिम्मेदारियों से नहीं, बल्कि किताबों और सपनों से जुड़ा हो। इस पहल से पानीपत में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता बढ़ने की उम्मीद है।
बाल विवाह के खिलाफ पानीपत में हस्ताक्षर अभियान:लोगों को जागरूक करना उद्देश्य, बच्चों के भविष्य को बचाने का लिया संकल्प
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