आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलैंस की तरफ से अरेस्ट किए गए अकाली नेता व पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया के पिता सत्यजीत सिंह मजीठिया की सिखों की सबसे पुरानी संस्था चीफ खालसा दीवान (सीकेडी) से सदस्यता खत्म कर दी गई है। संस्था ने ये कार्रवाई सिर्फ बिक्रम मजीठिया के पिता के खिलाफ नहीं, संस्था के कुल 65 सदस्यों पर की है। संस्था की तरफ से 65 अधिकारियों के नाम काटे जाने के पीछे का कारण बैठकों से गैर-हाजिर बताया है। चीफ खालसा दीवार का कहना है कि दरअसल, सत्यजीत सिंह मजीठिया व अन्य सभी सदस्य बीती 15 व उससे अधिक बैठकों से लगातार गायब थे। जिसके चलते संस्था के अधिकारियों ने फैसला लेते हुए इन सभी नामों को सदस्यता से हटा दिया है। इंद्रबीर सिंह निज्जर हैं प्रधान खास बात है कि इंद्रबीर सिंह निज्जर जो आम आदमी पार्टी के विधायक हैं, इस संस्था के प्रधान हैं। 2022 के बाद से निज्जर ही इस संस्था के लगातार प्रधान चुने आ रहे हैं। ये संस्था हर 3 साल के बाद चुनाव करवाती है और वोटिंग के बाद पदाधिकारियों को चुना जाता है। 1906 में चीफ खालसा दीवान की स्थापना चीफ खालसा दीवान की स्थापना सिख शिक्षाओं के प्रचार और प्रसार के लिए साल 1906 में की गई थी। ये सिखों की सबसे पुरानी शिक्षण संस्था है। इसकी देशभर में 9 स्थानीय कमेटियां अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, होशियारपुर-चंडीगढ़, कानपुर, तरनतारन, दिल्ली और मुंबई में हैं।
बिक्रम मजीठिया के पिता की सदस्या CKD से खत्म:AAP विधायक डॉ. निज्जर संस्था के प्रधान; कारण- 15 बैठकों में रहे गैर हाजिर
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