Chirag Paswan in Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं रह गया है. ऐसे में सीटों के तालमेल के लेकर महागठबंधन और एनडीए दोनों में खिचड़ी पक रही है. महागठबंधन में जहां लगातार बैठक हो रही है, तो एनडीए के कई नेता यह कह रहे हैं कि सीटों के बंटवारे में कोई परेशानी नहीं होने वाली. लोकसभा की तरह विधानसभा में भी हम लोग मिलकर बैठकर तय कर लेंगे.
हालांकि, क्या यह इतना आसान है? यह समझने वाली बात है. यह अलग बात है कि गठबंधन में सभी दलों को ज्यादा से ज्यादा सीट की चाहत होती है, लेकिन एनडीए में जो फॉर्मूला बीजेपी और जेडीयू बनाने की फिराक में हैं, क्या उसपर चिराग पासवान और मांझी सहमत होंगे? यह बड़ा सवाल उठने लगा है.
यह हो सकता है NDA का सीट शेयरिंग फॉर्मूलाबिहार चुनाव में सीटों की शेयरिंग को लेकर अभी तक एनडीए में कोई औपचारिक बैठक नहीं की गई है, लेकिन बीजेपी के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, जो फॉर्मूला तय हो सकता है, उसमें 243 सीटों में 102 सीट बीजेपी, 102 सीट जेडीयू, 28 सीट चिराग पासवान की पार्टी, जीतन राम मांझी की पार्टी को 7 सीट और उपेंद्र कुशवाहा को 4 सीट मिल सकती हैं.
अब कहा यह भी जा रहा है कि अगर चिराग पासवान नहीं माने तो जेडीयू और बीजेपी की एक-एक सीट घट सकती है और चिराग को 30 सीट दी जा सकती हैं.
70 सीटों की डिमांड रख सकते हैं चिराग पासवानसवाल उठने लगा है कि क्या चिराग पासवान 30 सीटों पर भी मान जाएंगे? लोक जन शक्ति पार्टी- रामविलास के एक बड़े नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पार्टी की ओर से यह तय हो चुका है कि एनडीए की बैठक होगी तो उसमें पार्टी 70 सीट की डिमांड करेगी और लिस्ट देगी.
35 से कम सीट में नहीं मानेगी LJP-Rनेता ने बताया कि एलजेपी हर हाल में 40 सीट लेने का दबाव बनाएगी, लेकिन अगर 40 पर बात नहीं बनी तो कम से कम 35 सीट तो अवश्य पार्टी लेगी. 35 सीटों से नीचे एक भी सीट कम नहीं लेने का निर्णय लिया गया है. कहा जा रहा है कि 35 सीट से नीचे हम लोग नहीं मान सकते, उसके लिए कुछ भी करना पड़े.
BJP-JDU को 100 सीटों से कम में होना होगा सहमत? अगर चिराग पासवान की पार्टी का यह दावा बरकरार रहा तो निश्चित तौर पर एनडीए में कुछ सीटों के लिए खींचतान हो सकती है. बीजेपी और जदयू को कहीं ना कहीं 100 सीट से नीचे आना पड़ सकता है. तभी एनडीए मजबूत रह सकती है. क्योंकि मांझी की पार्टी भी 15 से 20 सीटों की मांग कर रही हैं, लेकिन चिराग को अगर 35 मिलती हैं तो उस फार्मूले से मांझी को 7 सीट दिया जा सकता है.
पिछली बार साल 2020 में भी जीतन राम मांझी को जेडीयू के खाते से 7 सीट दी गई थीं जिसमें उन्होंने 4 सीट पर जीत पाई थी. अब गणित देखी जाए तो 35 सीट चिराग पासवान, जीतन राम मांझी की 7 सीटें और उपेंद्र कुशवाहा को 4 सीट दी जाएंगी तो कुल सीट की संख्या 46 हो जाती है. ऐसे में 197 सीटों पर जेडीयू और बीजेपी बंटवारा कर सकती हैं और 98-99 का फार्मूला तय हो सकता है.
स्पष्ट तौर पर बता दें कि यह खबर विश्वत सूत्रों के आकलन पर है. किसी भी पार्टी की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है.
बिहार चुनाव में BJP का खेल बिगाड़ेंगे चिराग पासवान? सीट शेयरिंग का बनाया प्लान, इससे कम सीटों में नहीं मानेगी पार्टी
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