बिहार में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता रहीमुद्दीन उर्फ हैबर की अवैध संपत्ति को पुलिस जब्त करेगी. अभी तक रहीमुद्दीन किशनगंज के जिलाध्यक्ष थे, लेकिन मामला सामने आने के बाद उन्हें विधानसभा चुनाव (2025) से पहले पार्टी से बाहर निकाल दिया गया है.
दरअसल पुलिस ने अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. जिले के ऐसे पांच लोगों को चिह्नित भी किया गया जिन्होंने अवैध रूप से करोड़ों की संपत्ति को बना लिया है. पांच नामों की सूची को पुलिस मुख्यालय को पूर्व में ही भेजा गया था. अब अपराध से अर्जित की गई संपत्ति जब्त करने के लिए न्यायालय में प्रस्ताव समर्पित करने की कार्रवाई की जा रही है. प्रस्ताव में नशे के सौदागर, देह व्यापार के दलाल और सरकारी रुपयों का गबन करने वाले व्यक्तियों का नाम शामिल है.
हैबर पर क्या आरोप है?
एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष रहे हैबर पर सरकारी राशि गबन करने का आरोप है. वर्ष 2014 में ठाकुरगंज थाने में कांड संख्या 188/14 दर्ज हुआ था. हैबर एआईएमआईएम से पहले आरजेडी में थे. कुछ दिन में ही आरजेडी से इस्तीफा देकर वे एआईएमआईएम में शामिल हुए थे. बाद में उन्हें पार्टी का जिलाध्यक्ष बनाया गया था.
हैबर के साथ देह व्यापार के धंधे में लिप्त शहर के खगड़ा निवासी मो. कुर्बान व बहादुरगंज प्रेमनगर में देह व्यापार का धंधा करवाने वाले दलाल चांद हुसैन उर्फ चांद के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. दोनों ने देह व्यापार के धंधे से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है. इन लोगों के खिलाफ थानों में मुकदमा दर्ज है.
हैबर से मांगा गया जवाब
उधर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने जिलाध्यक्ष रहीमुद्दीन हैबर को निकाल दिया है. अख्तरुल ईमान ने हैबर को कहा है कि एक सप्ताह के अंदर इस संबंध में प्रदेश कार्यालय को अपने ऊपर लगाए गए आरोपों के संबंध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें.
बिहार: AIMIM के इस नेता की जब्त होगी संपत्ति, चुनाव से पहले पार्टी ने निकाला, क्या है मामला?
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