Bikaner News: देशभर में हाल के दिनों में एक के बाद एक हुई विमान दुर्घटनाओं ने हवाई सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. इसी कड़ी में बीकानेर सिविल एयरपोर्ट पर शुक्रवार शाम को एक बड़ा सुरक्षा अभ्यास किया गया.
शाम 5 बजे पूरे एयरपोर्ट पर इमरजेंसी अलर्ट बजा, एयरफोर्स की अत्याधुनिक फायर ब्रिगेड्स दौड़ पड़ी, मेडिकल टीमें अलर्ट पर आ गईं और पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. हालांकि, यह कोई असली हादसा नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित मॉक ड्रिल थी, जिसका मकसद किसी भी वास्तविक आपात स्थिति में सभी एजेंसियों की तत्परता और तालमेल को परखना था.
तकनीकी खराबी से विमान की आपात लैंडिंग
अभ्यास के दौरान एक काल्पनिक स्थिति बनाई गई, जिसमें बताया गया कि एक विमान में तकनीकी खराबी आ गई, जिससे उसे बीकानेर एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी. लैंडिंग के तुरंत बाद विमान में आग लग गई और कई यात्री घायल हो गए.
इस सूचना के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी, भारतीय वायुसेना, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड और अन्य सभी आपदा प्रबंधन एजेंसियां हरकत में आ गईं. मिनटों में फायर फाइटिंग वाहन मौके पर पहुंचे, आग बुझाई गई, घायलों को स्ट्रेचर के जरिए एम्बुलेंस में पहुंचाया गया और चिकित्सा सहायता दी गई.
जिला प्रशासन और पुलिस भी अलर्ट मोड परअभ्यास में भारतीय वायुसेना की आधुनिक CFT दमकल गाड़ियों ने प्रमुख भूमिका निभाई. साथ ही, जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, एयरलाइंस प्रतिनिधियों, मेडिकल टीमों और एम्बुलेंस सेवाओं ने भी अपने-अपने मोर्चे संभाले. इस दौरान यात्रियों के परिजनों को सूचना देने की व्यवस्था, मीडिया प्रबंधन और एयरपोर्ट के आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का भी परीक्षण किया गया.
बीकानेर एयरपोर्ट पूरी तरह तैयार
एयरपोर्ट निदेशक राजेंद्र सिंह बघेला ने कहा “देश के अलग-अलग हिस्सों में जो विमान हादसे हाल ही में हुए हैं, उन्होंने हमें चेताया है. बीकानेर एयरपोर्ट अब और अधिक सतर्क, प्रशिक्षित है. यह मॉक ड्रिल हमारी तैयारियों की असल परीक्षा थी, जिसमें सभी एजेंसियों ने बेहतरीन समन्वय दिखाया.”
उन्होंने आम जनता से अपील की कि मॉक ड्रिल जैसी गतिविधियों से घबराएं नहीं. यह सुरक्षा व्यवस्था का जरूरी हिस्सा है और किसी भी वास्तविक घटना में हमारी तत्परता को परखने का प्रभावी तरीका है.
ड्रिल के दौरान स्थानीय लोगों में फैली उत्सुकताहालांकि यह मॉक ड्रिल पूर्व निर्धारित थी, लेकिन एयरपोर्ट के आसपास रहने वाले लोगों में इसे लेकर उत्सुकता और थोड़ी चिंता देखी गई. कई लोगों ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो भी शेयर किए.
प्रशासन ने स्पष्ट किया कि ऐसे अभ्यास पूरी तरह से सुरक्षा का हिस्सा है, इनका वास्तविक किसी खतरे से कोई संबंध नहीं है. बल्कि यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि यदि कभी ऐसी कोई घटना घटे, तो हर विभाग अपनी जिम्मेदारी कुशलता से निभा सके.
बीकानेर एयरपोर्ट के रनवे पर हुई प्लेन हादसे की मॉक ड्रिल, दुर्घटना से निपटने के लिए कितना है तैयार?
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