UP News: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्राम आमका में शनिवार को अवैध निर्माण के खिलाफ गई ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम को भारी विरोध और अभद्रता का सामना करना पड़ा. प्राधिकरण की टीम पर कॉलोनाइजरों और भू-माफियाओं ने हमला करने की कोशिश की, गाड़ी को टक्कर मारने की कोशिश की गई और कर्मचारियों को बंधक बनाने की कोशिश भी हुई. इस मामले में प्राधिकरण ने दादरी कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है.
प्राधिकरण को सूचना मिली थी कि आमका गांव, जो कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आता है, वहां खसरा नंबर 204, 205 और 206 पर बिना अनुमति और नक्शा पास कराए कॉलोनी बसाई जा रही है. पहले ही इन अवैध निर्माणकर्ताओं को नोटिस दिया गया था, लेकिन वे लगातार निर्माण की कोशिश करते रहे.
ग्रामीणों ने टीम को खदेड़ा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी रामनयन सिंह, परियोजना अभियंता सन्नी यादव, और अन्य अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की. तभी विपिन खारी , कपिल नागर , बलराम भाटी समेत करीब 100 से 150 अज्ञात लोगों ने जेसीबी पर चढ़कर कार्रवाई में बाधा डाली.
टीम से बदसलूकी, मारपीट, धमकी, और घेराव करते हुए सरकारी कार्य को बाधित किया गया. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्राधिकरण को कार्रवाई रोकनी पड़ी और टीम को बिना ध्वस्तीकरण के लौटना पड़ा. सहायक प्रबंधक नरेश गुप्ता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
भूमाफिया से बचने की सलाह प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि अधिसूचित क्षेत्र में अतिक्रमण करने वालों पर कठोर कार्रवाई होगी. उन्होंने नागरिकों से अपील की कि भूमाफियाओं के बहकावे में न आएं और प्राधिकरण से जांच के बाद ही कोई संपत्ति खरीदें.
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अवैध अतिक्रमण और निर्माण को लेकर लगातार अभियान चला रहा है, बावजूद इसके भूमाफिया बिना प्राधिकरण के मंजूरी के प्लाट और मकान बेच रहे हैं. जिससे आम लोगों के साथ ही प्राधिकरण के राजस्व को नुकसान पहुंच रहा है.
बुलडोजर एक्शन से पहले ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम पर हमला, कर्मचारी को बंधक बनाने की कोशिश
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