बूस्टर डोज के बाद क्या तीसरी बार कोरोना की वैक्सीन लगवा सकते हैं आप? ये रहा जवाब

by Carbonmedia
()

Third Corona Vaccine: कोरोना वायरस के कई रूप और लहरें दुनिया को झकझोर चुकी हैं। इसे साथ ही लोग पहले दो डोज़, फिर बूस्टर डोज ले चुके हैं। लेकिन अब सवाल उठता है कि क्या बूस्टर डोज़ के बाद भी तीसरी बार वैक्सीन लगवाना जरूरी है? क्या ये सुरक्षित है? और किन लोगों को इसकी जरूरत पड़ सकती है? आइए जानते हैं इस अहम सवाल का जवाब क्या है? 


बता दें, कोरोना महामारी के शुरुआती दौर में दो डोज की वैक्सीन को वायरस से सुरक्षा के लिए पर्याप्त माना जा रहा था। लेकिन समय के साथ नए वेरिएंट्स सामने आए और वैज्ञानिकों ने पाया कि एक समय के बाद वैक्सीन की प्रभावशीलता कम होने लगती है। इसीलिए बूस्टर डोज की शुरुआत हुई। पर अब सवाल उठ रहा है कि क्या बूस्टर के बाद भी तीसरी बार यानी एक और डोज लेना जरूरी है?


ये भी पढ़े- उठने-बैठने पर घूमने लगता है सिर तो समझ लो हो गया वर्टिगो, जानिए कितने खतरनाक होते हैं लक्षण?


क्या तीसरी वैक्सीन डोज संभव है?


भारत में अब तक बूस्टर डोज को ही ठीक माना जा रहा था। जो दूसरी डोज के छह महीने बाद दी जाती है। लेकिन यदि आपने पहले से बूस्टर डोज़ ले ली है और अब एक अतिरिक्त डोज की बात कर रहे हैं, तो ध्यान दें कि सरकारी गाइडलाइन्स के अनुसार वर्तमान में चौथी डोज की अनुमति नहीं है. हालांकि, कुछ निजी संस्थान या अन्य देशों में चौथी डोज दी जा रही है, खासकर बुज़ुर्गों और बच्चों को, लेकिन भारत में फिलहाल ऐसा कोई निर्देश नहीं आया है. 


किन लोगों को सतर्क रहना चाहिए?


60 वर्ष से अधिक आयु के लोग


जिन्हें डायबिटीज, हृदय रोग, या किडनी संबंधी बीमारी है


जिन लोगों को कैंसर है


इन लोगों को अपनी इम्यूनिटी बनाए रखने के लिए डॉक्टर से सलाह लेकर वैक्सीन की आवश्यकता का आकलन करना चाहिए


क्या वैक्सीन बार-बार लेना सुरक्षित है?


अब तक की रिसर्च से यह साफ हुआ है कि कोरोना वैक्सीन सुरक्षित हैं। लेकिन बार-बार डोज लेना तभी उचित है जब इसकी वैज्ञानिक रूप से पुष्टि हो और सरकारी मंजूरी प्राप्त हो. इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह और गाइडलाइन्स के बाहर जाकर डोज लेना उचित नहीं होगा।


यदि आपने बूस्टर डोज ले ली है, तो फिलहाल भारत सरकार की गाइडलाइन्स के अनुसार आपको किसी अतिरिक्त डोज की आवश्यकता नहीं है. लेकिन यदि भविष्य में नए वेरिएंट्स या संक्रमण की स्थिति बिगड़ती है, तो संभव है कि एक और डोज की आवश्यकता महसूस की जाए.


ये भी पढ़ें: वैज्ञानिकों ने बना ली कैंसर की दवा, जानिए थर्ड स्टेज के कैंसर में कितनी कारगर ये वैक्सीन?


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment