ब्रेन स्ट्रोक आने से पहले शरीर देता है ये 5 संकेत, समय रहते हों जाएं सतर्क

by Carbonmedia
()

Symptoms of Brain Stroke: क्या आपने कभी सोचा है कि अचानक बोलने में रुकावट, चक्कर आना या शरीर के एक हिस्से में सुन्नपन सिर्फ थकावट नहीं, बल्कि किसी गंभीर खतरे की आहट भी हो सकती है? ब्रेन स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति है जो कुछ ही पलों में किसी की जिंदगी बदल सकती है. लेकिन अच्छी खबर ये है कि हमारा शरीर समय रहते कुछ संकेत जरूर देने लगता है, ज़रूरत है तो बस उन्हें पहचानने और समय पर सही कदम उठाने की. हम अक्सर अपने स्वास्थ्य के संकेतों को अनदेखा कर देते हैं, जिसका नतीजा घातक हो सकता है. ब्रेन स्ट्रोक भी उन्हीं खतरनाक स्थितियों में से एक है, जिसे समय रहते पहचान लिया जाए, तो जान बचाई जा सकती है.
ये भी पढ़े- किस बीमारी से जूझ रहीं पूर्व चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ की दोनों बेटियां, जानें ये कितनी खतरनाक?
चेहरे का एक हिस्सा ढीला या टेढ़ा होना
अगर अचानक किसी का चेहरा एक तरफ झुकने लगे या मुस्कुराने पर एक साइड की मुस्कान गायब हो जाए, तो यह ब्रेन स्ट्रोक का पहला संकेत हो सकता है. यह चेहरे की मांसपेशियों पर नियंत्रण खोने की ओर इशारा करता है.
हाथ या पैर में अचानक कमजोरी या सुन्नपन
अक्सर स्ट्रोक आने से पहले शरीर के एक हिस्से में, खासकर हाथ या पैर में, अचानक कमजोरी, सुन्नपन या चलने में लड़खड़ाहट महसूस होती है. अगर ये लक्षण अचानक दिखें, तो उन्हें नज़रअंदाज न करें.
बोलने या समझने में परेशानी होना
शब्दों का सही उच्चारण न कर पाना, किसी की बात न समझ पाना या अपनी बात ठीक से न कह पाना, ये स्ट्रोक से जुड़ा एक प्रमुख संकेत है. यह दिमाग में ब्लड सप्लाई बाधित होने की वजह से होता है.
अचानक तेज सिरदर्द और चक्कर आना
अगर बिना किसी वजह के सिर में तेज़ दर्द हो, चक्कर आएं या बेहोशी जैसा महसूस हो, तो यह ब्रेन स्ट्रोक का इशारा हो सकता है, खासकर अगर इसके साथ अन्य लक्षण भी हों.
अचानक धुंधलापन या एक आंख से दिखना बंद होना
स्ट्रोक का असर आंखों पर भी पड़ता है. अचानक एक या दोनों आंखों से धुंधला दिखना, डबल विजन या अंधकार छा जाना, ये संकेत भी गंभीर हो सकते हैं.
ब्रेन स्ट्रोक की स्थिति में हर मिनट कीमती होता है. अगर ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई भी नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या मरीज को अस्पताल ले जाएं. स्ट्रोक के शुरुआती 3 से 4.5 घंटे ‘गोल्डन पीरियड’ माने जाते हैं, जिनमें समय पर इलाज से जान बचाई जा सकती है. हमारा शरीर हमसे बात करता है जरूरत है उसे सुनने की, ब्रेन स्ट्रोक आने से पहले कुछ साफ-साफ संकेत दिखते हैं, जिन्हें समय रहते पहचानना और प्रतिक्रिया देना जिंदगी और मौत के बीच का फर्क बन सकता है. जानकारी ही बचाव है, इसलिए जागरूक रहें, स्वस्थ रहें.
ये भी पढ़ें: महंगे एयर फ्रेशनर छोड़िए, इन देसी तरीकों से करिए घर को फ्रेश; काम आएंगे ये टिप्स

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment