भास्कर न्यूज | अमृतसर खजाना गेट स्थित श्री सिद्ध शक्तिपीठ माता भद्रकाली मंदिर में तीन दिवसीय सालाना मेले की शुरुआत पूरे श्रद्धा भाव के साथ हुई। इस ऐतिहासिक मेले का शुभारंभ पूर्व उपमुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी ने मंदिर में माथा टेककर किया। परंपरा के मुताबिक, मेले की शुरुआत से एक रात पहले वीरवार को मंदिर में जागरण आयोजित हुआ। रात 10 बजे शुरू होकर सुबह तक चले इस भव्य जागरण में पंजाब के अलग-अलग जिलों से आए महंतों ने माता रानी की भेंटें गाईं और भक्तों को भक्तिरस में डुबो दिया। जागरण में महंत वरुण विक्की, गोबिंद शर्मा, विपिन शर्मा, विनोद गांधी, केवल कपूर, महंत मानिक, सुमेश सेठ और साहिल चोपड़ा ने भाग लिया। मेला शुरू होते ही शुक्रवार को सुबह से मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। महंत परिवार की ओर से माता रानी का भव्य श्रृंगार किया गया और दर्शन के लिए मंदिर के कपाट पूरी रात खुले रहे। मंदिर परिसर में लंगर सेवा, झूले, प्रसाद, दवाईयां और सुरक्षा प्रबंध भी मौजूद रहे।इस मौके पर मेयर जतिंदर सिंह मोती भाटिया, पूर्व विधायक जुगल किशोर शर्मा, पूर्व पार्षद प्रभ दयाल महाजन, एडवोकेट राज चड्ढा आदि ने माता रानी का आशीर्वाद लिया। परंपरा और आस्था का संगम हर साल की तरह इस बार भी भक्तों ने माता को नारियल, लाल चुनरी, लस्सी, शराब और जीवित मुर्गा-बकरा चढ़ाकर मन्नतें मांगीं। मान्यता है कि मेले के दिन माता भद्रकाली आंधी के रूप में मंदिर में प्रवेश कर आकाश मार्ग से प्रस्थान करती हैं और उनके दर्शन बेहद शुभ माने जाते हैं। मंदिर परिसर में भगवान शिव, हनुमान जी, भैरों बाबा और शनिदेव के मंदिर भी मौजूद हैं। इस शक्तिपीठ का इतिहास लगभग 1500 साल पुराना बताया जाता है, जिसे आदि गुरु शंकराचार्य ने पुनः स्थापित किया था। वर्तमान में महंत परिवार की 16वीं पीढ़ी इसकी सेवा में लगी है। मेले का आयोजन 25 मई तक चलेगा। भजन-कीर्तन, लंगर और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के साथ यह मेला आस्था, परंपरा और सामाजिक सहभागिता का प्रतीक बना हुआ है। माता भद्रकाली मेले में बच्चे को माथा टेकाता भक्त। माता भद्रकाली मेले में माथा टेकते भक्तजन।
भजन, जागरण और श्रद्धा के साथ शुरू हुआ माता भद्रकाली का मेला
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