Bharatpur News: भरतपुर जिले के बयाना उपखंड के कारवारी-पीलूपुरा में रविवार (8 जून) को गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा महापंचायत आयोजित की गई थी. महापंचायत में आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर समाज के लगभग 7000 लोग इकट्ठे हुए. साथ ही कई मांगे रखीं. इस बीच कई युवक हिंसक हो गए.
वहीं सदर थाना प्रभारी कृष्णवीर सिंह ने सोमवार (9 जून) को भरतपुर में आरक्षण की मांग को लेकर आयोजित की गई गुर्जर पंचायत में भाग लेने वाले कुछ प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
इससे पहले बैठक के दौरान राजस्थान सरकार ने गुर्जर समुदाय की मांगों को देखते हुए एक मसौदा तैयार कर प्रस्ताव भेजा. मसौदा प्रस्ताव को गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने महापंचायत में पढ़ कर सुनाया. मसौदा के तहत सरकार ने गुर्जरों को यह भी आश्वासन दिया कि देवनारायण योजना के तहत सभी अनियमितताओं को समिति के सदस्यों की सलाह से ठीक किया जाएगा और एमबीसी कोटे के तहत उचित लाभ समुदाय को प्रदान किए जाएंगे. गुर्जर समुदाय की सहमति से महापंचायत औपचारिक रूप से संपन्न करने की घोषणा भी हुई.
महापंचायत के शांतिपूर्ण समापन के बाद आंदोलन ने एक नया मोड़ ले लिया, कुछ युवक, जो एमबीसी श्रेणी के तहत रीट अभ्यर्थी हैं, हिंसक हो गए और मुंबई-दिल्ली रेलवे मार्ग को अवरुद्ध कर दिया. आंदोलनकारियों ने मथुरा-सवाई माधोपुर लोकल ट्रेन-54794 को रोक कर ट्रैन पर कब्जा कर लिया और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. करीब दो घंटे तक रेल मार्ग बाधित रहा. रेल मार्ग अवरुद्ध होने से लगभग आठ ट्रेनें प्रभावित रहीं.
गुर्जर समाज की विभिन्न मांगों को लेकर हुई महापंचायत गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति द्वारा गुर्जर समाज की महापंचायत में राजस्थान सरकार के समक्ष सात प्रमुख मांगें रखीं. इनमें एमबीसी कोटा को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करना, पिछले आंदोलनों के दौरान किए गए समझौतों का उचित क्रियान्वयन और सरकारी नौकरियों में 5 फीसदी आरक्षण का लाभ देना शामिल है.
उन्होंने देवनारायण योजना के प्रभावी क्रियान्वयन, आंदोलनकारियों के खिलाफ दर्ज पुलिस मामलों को वापस लेने, पिछले विरोध प्रदर्शनों में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए अनुकंपा नियुक्ति और रीट भर्ती प्रक्रिया के तहत एमबीसी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित 372 पदों को भरने की भी मांग की.
आंदोलनकारियों के खिलाफ हुआ मामला दर्जसदर थाना प्रभारी कृष्णवीर सिंह ने भरतपुर में आरक्षण की मांग को लेकर आयोजित की गई गुर्जर पंचायत में भाग लेने वाले कुछ प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस ने रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, रेलवे मार्ग को अवरुद्ध करने और ट्रेन के इंजन को क्षतिग्रस्त करने के आरोप में कुछ युवकों के खिलाफ धारा 191(2) ,191(3) ,190, 285,125 बीएनएस,3 पीडीपीपी एक्ट,147,150,151,174 और रेलवे एक्ट 1989 के तहत मामला दर्ज किया है.
पुलिस ने मामला दर्ज कराते हुए बताया है कि गुर्जर समाज की महापंचायत समाप्त होने के बाद कुछ युवा जो एमबीसी श्रेणी के तहत रीट अभ्यर्थी हिंसक हो गए और मुंबई-दिल्ली रेलवे मार्ग को अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने मथुरा-सवाई माधोपुर लोकल ट्रेन-54794 को रोक दिया.
पंचायत के दौरान गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के नेताओं द्वारा उकसाए जाने के बाद उन्होंने ट्रेन पर कब्जा कर लिया और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. करीब दो घंटे तक रेल मार्ग बाधित रहा, जहां करीब आठ ट्रेनें प्रभावित रहीं और रेल मार्ग अवरुद्ध रहा. बयाना रेलवे के सेक्शन इंजीनियर राम सिंह ने बताया कि हम प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने बयाना सदर थाने पहुंचे, लेकिन पुलिस ने पहले ही रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कर लिया है.
रेलवे पुलिस अधिकारी ने क्या कहा?भरतपुर के रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) थाना प्रभारी प्रदीप कुमार तिवारी ने बताया कि बयाना सदर पुलिस ने रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस ने रेलवे मार्ग को रोकने और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले प्रदर्शनकारियों की पहचान के लिए कई वीडियो एकत्र किए हैं. रेलवे पुलिस भी सभी इनपुट प्राप्त कर आंदोलनकारियों की पहचान करने के बाद उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करेगी.
भरतपुर में गुर्जर महापंचायत के बाद रोकी थी ट्रेन, अब आंदोलनकारियों पर हुआ ये एक्शन
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