Sanjay Nirupam on Uddhav-Raj Thackeray Alliance: महाराष्ट्र में ठाकरे बंधुओं के बीच सुलह की चर्चा पर एक बार फिर पूर्णविराम लगता दिख रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में राज ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से लंबी और गुप्त चर्चा की और कयास लगने लगे कि मनसे-बीजेपी का गठबंधन भी संभव है. ऐसे में एकनाथ शिंदे के नेता संजय निरुपम का बड़ा बयान आया है.
संजय निरुपम ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में कहा, “मैं तो शुरू से कह रहा हूं कि दोनों भाई एकसाथ नहीं आ सकते, क्योंकि उद्धव ठाकरे की पार्टी अब बहुत कमजोर हो गई है. उनका अपना जनाधार बिखर चुका है.”
संजय निरुपम ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे जिस पार्टी के साथ भी गठबंधन करते हैं, वह पार्टी बर्बाद हो जाती है. इसको लेकर शिवसेना नेता ने बयान दिया, “अपना जनाधार बचाने के लिए उद्धव ठाकरे ने सोचा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन कर अपने आप को बचा लें. इसी चक्कर में कांग्रेस बर्बाद हो गई और 16 सीट पर आ गई.”
Mumbai, Maharashtra: Shiv Sena leader Sanjay Nirupam says, “I have been saying from the beginning that these two brothers (Uddhav Thackeray and Raj Thackeray) cannot come together. Uddhav Thackeray’s party has become very weak; his base has completely scattered. First, he thought… pic.twitter.com/ANflq6wrbN
— IANS (@ians_india) June 15, 2025
‘भाई राज ठाकरे को निपटाने में लगे हैं उद्धव’- संजय निरुपमउन्होंने आगे कहा, “फिर उद्धव ठाकरे ने सोचा कि शरद पवार के साथ अलायंस कर लेंगे तो बच जाएंगे. शरद पवार भी 10 सीट पर आ गए. तो अब वह अपने भाई के साथ गठबंधन कर उन्हें भी निपटाने में लगे हुए हैं.”
ऐसे में संजय निरुपम ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कुल मिलाकर उन्हें नहीं लगता कि कोई अलायंस होने वाला है. केवल खबरों में बने रहने के लिए और एक राजनीतिक चर्चा का हिस्सा रहने के उद्देश्य से यह गठबंधन का मुद्दा उठाया गया है.