आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र और पंचायत सचिव संदीप कुमार के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद दोनों सुर्खियों में हैं. पहले सोशल मीडिया पर ऑडियो वायरल हुआ और फिर यह मामला पंचायत सचिव संदीप कुमार के गांव (बेतिया) तक पहुंच गया. गांव के लोग आक्रोशित हैं.
गांव वालों ने की निष्पक्ष जांच की मांग
दरअसल पंचायत सचिव संदीप कुमार का पैतृक घर बेतिया में है. बेतिया के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत बेलदारी गांव में जैसे ही वायरल ऑडियो का मामला पहुंचा तो लोग विधायक के खिलाफ ही बोलने लगे. स्थानीय लोग संदीप की छवि को अच्छा बता रहे हैं. गांव के राजिंद्र शर्मा ने कहा कि संदीप अच्छे स्वभाव का लड़का है. अन्य कुछ लोगों ने कहा कि किसी जनप्रतिनिधि द्वारा इस तरह की भाषा बोलना और व्यवहार करना शर्मनाक है. गांव के लोगों ने मांग की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो.
‘संघर्षों के बाद मुकाम तक पहुंचा बेटा’
उधर संदीप कुमार के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका बेटा काफी संघर्षों के बाद इस मुकाम तक पहुंचा है. संदीप की मां का बचपन में ही देहांत हो गया था. इसके बाद उसकी परवरिश दादी ने की. पिता ने भावुक होकर कहा, “जब संदीप पढ़ाई करता था तब उसके गुरु जी ने कहा था सर कटा सकते हैं… लेकिन सर नहीं झुका सकते, आज वही बात उसने निभाई है.”
क्या है पूरा मामला?
मनेर से आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने 26 जुलाई (2025) को अपने क्षेत्र के पंचायत सचिव संदीप कुमार को फोन लगाया था. एक मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने के संबंध में विधायक ने सवाल किया. जब उन्होंने फोन किया तो पंचायत सचिव संदीप कुमार के व्यवहार से भाई वीरेंद्र नाराज हो गए. पंचायत सचिव को फोन पर उन्होंने कुछ अपशब्द कह दिया. इसके बाद फोन कॉल का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बीते सोमवार (28 जुलाई, 2025) को इस मामले में पंचायत सचिव संदीप कुमार ने एससी/एसटी थाने में विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
भाई वीरेंद्र वायरल ऑडियो मामला: RJD MLA के खिलाफ में ‘सचिव जी’ के गांव के लोग, पिता ने क्या कहा?
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