भारतीय शेयर बाजार में ₹4,843 करोड़ की हेराफेरी:इससे छोटे निवेशकों को नुकसान हुआ; जेन स्ट्रीट घोटाले के 5 जरूरी सबक

by Carbonmedia
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भारतीय शेयर बाजार में जेन स्ट्रीट ग्रुप मामले ने एक बड़े घोटाले को उजागर किया है। SEBI ने इस अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी पर बाजार में 4,843.57 करोड़ रुपए के हेरफेर का आरोप लगाया है। इससे घोटाले से छोटे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। यहां सवाल-जवाब में समझें रिटेल निवेशकों लिए 5 जरूरी सबक… सवाल 1: बड़े निवेशक बाजार को कैसे प्रभावित करते हैं, रिटेल निवेशकों को क्या करना चाहिए? जवाब: बड़े ट्रेडर्स, जैसे जेन स्ट्रीट, भारी मात्रा में खरीद-बिक्री करके बाजार के इंडेक्स (जैसे निफ्टी, बैंक निफ्टी) को प्रभावित कर सकते हैं। खासकर ऑप्शंस एक्सपायरी के दिन, ये अपनी रणनीतियों से बाजार में तेज उछाल या गिरावट ला सकते हैं, जो असली बाजार सेंटिमेंट को नहीं दर्शाता। कैसे काम करता है? बड़े फंड्स और विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) अपने बड़े वॉल्यूम के दम पर इंडेक्स को ऊपर-नीचे कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जेन स्ट्रीट ने सुबह के समय भारी खरीदारी कर इंडेक्स को बढ़ाया और फिर ऑप्शंस में शॉर्ट पोजीशन लेकर मुनाफा कमाया। सावधानी: सवाल 2: इंडेक्स मूवमेंट को देखकर ट्रेडिंग क्यों जोखिम भरा है? जवाब: निफ्टी या बैंक निफ्टी में अचानक तेजी या गिरावट देखकर ट्रेडिंग करना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि ये मूवमेंट बड़े निवेशकों की रणनीति या बाजार की अफवाहों का नतीजा हो सकता है। कैसे काम करता है? बड़े ट्रेडर्स इंडेक्स को अपने फायदे के लिए हेरफेर कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, जेन स्ट्रीट ने “मार्किंग द क्लोज” रणनीति का इस्तेमाल किया, जिसमें ट्रेडिंग के आखिरी घंटे में बड़े सौदे कर इंडेक्स की क्लोजिंग कीमत को प्रभावित किया। सावधानी: सवाल 3: ऑप्शंस एक्सपायरी डे पर रिटेल निवेशकों को क्यों सावधान रहना चाहिए? जवाब: ऑप्शंस एक्सपायरी डे (जब ऑप्शंस कॉन्ट्रैक्ट्स की मियाद खत्म होती है) सबसे जोखिम भरा होता है, क्योंकि बड़े निवेशक इस दिन इंडेक्स को अपनी पोजीशन के हिसाब से हेरफेर कर सकते हैं। कैसे काम करता है? एक्सपायरी डे पर बड़े ट्रेडर्स भारी खरीद-बिक्री कर इंडेक्स को ऊपर या नीचे ले जा सकते हैं, जिससे ऑप्शंस के प्रीमियम में अचानक भारी बदलाव होता है। SEBI के अनुसार, जेन स्ट्रीट ने ऐसी रणनीतियों से 4,843 करोड़ रुपये का अवैध मुनाफा कमाया। सावधानी: सवाल 4: SEBI की एडवाइजरी और वॉर्निंग्स का उपयोग कैसे करें? जवाब: SEBI समय-समय पर निवेशकों को स्कैम्स, अनधिकृत सलाहकारों और जोखिमों के बारे में चेतावनी देता है। इनका पालन करने से निवेशक सुरक्षित रह सकते हैं। कैसे काम करता है? SEBI की वेबसाइट (www.sebi.gov.in) (www.sebi.gov.in) पर निवेशकों के लिए गाइडलाइन्स, चेतावनियां और रजिस्टर्ड ब्रोकरों की सूची उपलब्ध होती है। सावधानी: 5. सवाल: लालच से कैसे बचें? जवाब: जल्दी मुनाफा कमाने का लालच या FOMO (फियर ऑफ मिसिंग आउट) रिटेल निवेशकों को गलत फैसले लेने के लिए उकसा सकता है, जिससे नुकसान होता है। कैसे काम करता है? सोशल मीडिया पर फिनफ्लुएंसर्स या अपुष्ट टिप्स के जरिए निवेशक जल्दी अमीर बनने के सपने देखते हैं। जेन स्ट्रीट जैसे मामले दिखाते हैं कि बाजार में जोखिम बहुत ज्यादा है, और बिना सोचे-समझे ट्रेडिंग नुकसानदायक हो सकती है। सावधानी: ये खबर भी पढ़ें बाजार को चढ़ाती-गिराती थी अमेरिकी फर्म:SEBI ने बैन लगाया, ₹4,844 करोड़ की अवैध कमाई की; आम निवेशकों को नुकसान SEBI ने अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म जेन स्ट्रीट ग्रुप और उससे जुड़ी 3 कंपनियों पर बैन लगा दिया है। अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म पर इंडेक्स एक्सपायरी के दिन कीमतों में हेराफेरी करने का आरोप लगा है। SEBI ने 4,843.57 करोड़ रुपए की अवैध कमाई को जब्त करने का आदेश भी दिया है। पूरी खबर पढ़ें…

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