भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में PoK क्यों नहीं लिया वापस? PM मोदी ने संसद में दिया क्लीयर जवाब

by Carbonmedia
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संसद में चर्चा के दौरान कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने सरकार से पूछा कि अगर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पीओके वापस क्यों नहीं लिया गया? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा के अपने भाषण में इसका भी जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में दर्ज हो गया है. 
जब मैं नेहरू का नाम लेता हूं तो… पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘आज जो लोग पूछ रहे हैं कि पीओके वापस क्यों नहीं लिया गया, उन्हें पहले इस बात का जवाब देना चाहिए कि पीओके पर पाकिस्तान को कब्जा करने का अवसर किसकी सरकार ने दिया था? पंडित जवाहरलाल नेहरू पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘जब मैं नेहरू जी का नाम लेता हूं तो कांग्रेस और उसका पूरा इकोसिस्टम बौखला जाता है.’
आजादी के बाद के फैसलों की सजा आज तक देश भुगत रहा: मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के बाद कुछ ऐसे फैसले लिए गए, जिनकी सजा देश आजतक भुगत रहा है. उन्होंने कहा कि अकसाई चीन जैसे क्षेत्र को ‘बंजर जमीन’ कहकर छोड़ दिया गया और इसकी वजह से भारत को 38 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन गंवानी पड़ी.’सिंधु जल समझौता था भारत के साथ धोखाउन्होंने कहा, ‘सिंधु जल समझौता, भारत की अस्मिता और स्वाभिमान के साथ किया गया बहुत बड़ा धोखा था. देश के एक बहुत बड़े हिस्से को जल संकट में धकेल दिया गया.’ मोदी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि इस समझौते के कारण देश बहुत पिछड़ गया, ‘हमारे किसानों को खेती का नुकसान हुआ. नेहरू जी तो उस ‘डिप्लोमेसी’ को जानते थे, जिसमें किसान का कोई वजूद नहीं था.’
गाद साफ न करने की शर्त भी मानी गईउन्होंने दावा किया कि नेहरू जी ने पाकिस्तान के कहने पर यह शर्त स्वीकार की थी कि बांध में जो गाद जमी होगी, उसकी सफाई नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि बाद में भी कांग्रेस की सरकारों ने नेहरू जी की इस गलती को सुधारा तक नहीं, लेकिन इस पुरानी गलती को अब सुधारा गया और ठोस निर्णय लिया गया.
नेहरू का ब्लंडर अब निलंबित किया गयाप्रधानमंत्री ने कहा, ‘नेहरू जी के ‘ब्लंडर’ (सिंधु जल समझौता) को देश हित और किसान हित में अब निलंबित कर दिया गया है. भारत ने तय कर दिया है कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास नेशनल सेक्युरिटी (राष्ट्रीय सुरक्षा) का ‘विजन’ न पहले था और न आज है और उसने ‘हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा पर समझौता किया है.’
मुंबई हमले के बाद भी पाकिस्तान से प्यार: मोदीप्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों की ओर से कूटनीतिक नाकामी का दावा किये जाने को लेकर कहा, ‘आजकल कांग्रेस के जो लोग हमें ‘डिप्लोमेसी’ का पाठ पढ़ा रहे हैं, मैं उनकी डिप्लोमेसी याद दिलाना चाहता हूं.’
उन्होंने कहा कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद भी कांग्रेस का पाकिस्तान से प्रेम नहीं रुका और हमले के कुछ हफ्ते के भीतर ही विदेशी दबाव में आकर कांग्रेस-नीत संप्रग सरकार ने पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू कर दी थी.
बटला हाउस और मोस्ट फेवर्ड नेशन पर भी हमलेउन्होंने उल्लेख किया कि बटला हाउस मुठभेड़ के बाद कांग्रेस की एक बडी नेता की आंखों में आंसू थे और वोट पाने के लिए इस घटना से जुड़ी बात को देश के कोने-कोने में पहुंचाया गया. उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने पाकिस्तान को ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ (सर्वाधिक तरजीही देश) का दर्जा दिया था, जिसे उसने कभी वापस नहीं लिया.
आजादी के बाद लिए गए गलत फैसलों की सजा अब मिल रही हैप्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश की आजादी के बाद से जो फैसले लिये गए, उनकी सजा आज तक देश भुगत रहा है. उन्होंने कहा, ‘अक्साई चीन के पूरे क्षेत्र को बंजर जमीन करार दे दिया गया. इससे देश की 38,000 वर्ग किमी जमीन हमें खोनी पड़ी. वर्ष 1962 और 1963 के बीच कांग्रेस के नेता जम्मू कश्मीर के पुंछ, उरी और नीलम वैली तथा किशनगंगा को छोड़ देने का प्रस्ताव रख रहे थे.’
कच्छ का रण से लेकर हाजीपीर तक गंवाया गयाउन्होंने कहा कि 1966 में ‘कच्छ का रण’ पर इन लोगों ने मध्यस्थता स्वीकार की थी. उन्होंने सवाल किया कि क्या यह उनका ‘राष्ट्रीय सुरक्षा का विजन’ था. मोदी ने कहा, ‘भारत का 800 वर्ग किमी क्षेत्र पाकिस्तान को सौंप दिया, जिसमें छड़बेट भी शामिल है. वहीं, हमारी सेना ने 1965 की जंग में हाजीपीर पास (जम्मू कश्मीर में स्थित दर्रा) को जीत लिया था, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उसे लौटा दिया.’ उन्होंने कहा कि करतारपुर साहेब को वापस लिया जा सकता था लेकिन उसे भी छोड़ दिया गया और 1974 कच्चातीवु द्वीप श्रीलंका को ‘गिफ्ट’ कर दिया गया.
ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं: मोदीउन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान को भारत के भविष्य से खेलने नहीं देंगे. इसलिए, ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ है. यह जारी है. और यह पाकिस्तान के लिए भी नोटिस है कि वह जब तक भारत के खिलाफ आतंक का रास्ता रोकेगा नहीं, भारत ‘एक्शन’ लेता रहेगा.’

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