भारत में कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या 4,000 के पार, ICMR ने कहा- ‘हालात पर रख रहे नजर’

by Carbonmedia
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Covid-19 Latest Update in India: भारत में कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या 4,000 के पार हो गई है. जिसमें केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार (3 जून, 2025) को कोविड-19 से जुड़ी लेटेस्ट अपडेट जारी की. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,026 दर्ज की गई और संक्रमण से पांच मरीजों की मौत की सूचना है.


भारत में केरल के बाद महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली कोविड-19 से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में शामिल हैं. इस साल जनवरी के बाद से देश में कोविड-19 से अब तक 37 लोगों के मरने की सूचना है. देश में 22 मई को एक्टिव मामलों की संख्या 257 थी और 31 मई तक यह संख्या बढ़कर 3,395 हो गई थी और इसके बाद एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 4,026 हो गई है.


केरल के अलावा इन राज्यों में सबसे ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस


स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में केरल में 1,446 एक्टिव मरीज हैं, जो देश में सबसे ज्यादा है. इसके बाद महाराष्ट्र में 494, गुजरात में 397 और दिल्ली 393 एक्टिव मरीज हैं.


वहीं, आंकड़ों के अनुसार, कोरोना वायरस के संक्रमण से पिछले 24 घंटे में केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एक-एक मरीज की मौत हुई है और महाराष्ट्र में दो मरीजों के मरने की सूचना है.


आधिकारिक सूत्रों ने 31 मई को कहा था कि भारत में कोविड-19 की स्थिति की करीब से निगरानी की जा रही है. मंत्रालय ने जोर दिया कि संक्रमण की गंभीरता कम है और अधिकतर मरीज घर पर पृथक-वास में इलाज करा रहे हैं और चिंता की कोई बात नहीं है.


ओमीक्रोन के मिले हैं 4 नए वेरिएंट, तीन के मामले सबसे ज्यादा- ICMR डीजी


भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने सोमवार (2 जून) को कहा, “पश्चिम और दक्षिण भारत में वायरस के नमूनों के जीनोम अनुक्रमण से पता चला है कि वर्तमान में वायरस के जिस स्वरूप के कारण मामलों में वृद्धि हुई है वह गंभीर नहीं है और यह वायरस के ओमीक्रोन का नया वेरिएंट है.”


उन्होंने कहा, “वायरस के जिन चार नए स्वरूपों का पता चला है, उनमें LF.7, XFG, JN.1 और NB.1.8.1 हैं. ये सभी ओमीक्रोन स्वरूप से उत्पन्न हुए हैं. वायरस के LF.7, XFG, JN.1 वेरिएंट से संक्रमण के मामले अधिक हैं.


डॉ. बहल ने कहा, ‘‘हम स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. इस वक्त हमें निगरानी रखने के साथ ही सतर्कता बरतनी चाहिए. हालांकि, चिंता की कोई बात नहीं है.’’

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