प्लेबैक सिंगर कुमार सानू ने देश में चल रहे भाषा विवाद पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि काम के अवसरों के लिए प्रतिभा और अनुकूलन क्षमता भाषा से ज्यादा महत्वपूर्ण है.
कुमार सानू ने कहा कि देश में हर व्यक्ति को कहीं भी काम करने की आजादी होनी चाहिए, भले ही उनकी भाषा अलग हो.
भाषा विवाद पर क्या बोले कुमार सानू
आईएएनएस से बातचीत में गायक ने भाषा विवाद पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि भाषाई मतभेदों के बावजूद, सभी को देश भर में काम करने की आजादी होनी चाहिए. किसी की सीखने की क्षमता और रुचि अलग-अलग है. मेरा मानना है कि इसकी वजह से काम में बाधा नहीं आनी चाहिए.
कुमार सानू ने कहा, “मैं भाषा के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहता. लेकिन, हर किसी को देश में कहीं भी काम करने का अधिकार है. भाषा सीखना व्यक्ति की क्षमता और रुचि पर निर्भर करता है. काम के अवसरों में बाधा नहीं बनना चाहिए.”
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हाल ही में भाषा और क्षेत्रीय पहचान को लेकर देशभर में विवाद देखने को मिला. सिंगर सोनू निगम बेंगलुरु में अपने कॉन्सर्ट के बाद विवादों में घिर गए. सामने आए वीडियो में वह एक प्रशंसक के कन्नड़ गाना गाने के अनुरोध को अस्वीकार करते दिखे, जिसे उन्होंने ‘गलत’ बताया.
दरअसल, सोनू ने इस घटना की तुलना जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले से की थी, जिसके बाद उनकी आलोचना हुई. कन्नड़ भाषी समुदाय में नाराजगी फैल गई और एक कन्नड़ समर्थक संगठन ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें उन पर भाषाई मतभेद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया.
इसके अलावा, पिछले साल दिसंबर में बंगाली गायिका ईमान चक्रवर्ती भी विवाद में आई थीं. उनके राजारहाट, पश्चिम बंगाल में हुए कॉन्सर्ट का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने एक दर्शक को बंगाली गाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग करने पर कड़ा जवाब दिया था.