Maharashtra Language Controversy: महाराष्ट्र में चल रहे भाषा विवाद ने देश में नई बहस को जन्म दे दिया है. अब इस मुद्दे पर राजनीति भी जमकर हो रही है. राजनीतिक दलों के अलावा योग गुरू और धर्म गुरुओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. इसी सिलसिले में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की प्रतिक्रिया सामने आई है.
वाराणसी दौरे पर पहुंचे स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने महाराष्ट्र में चल रहे भाषा विवाद को लेकर एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा, “अगर थप्पड़ भाषा के साथ जुड़े तो भाषा विकृत हो जाएगी. किसी ने भी मराठी का विरोध पूरे देश में नहीं किया, सभी मराठी भाषा को प्रेम करते हैं लेकिन अगर आप थप्पड़ को जोड़कर मराठी भाषा को दिखाएंगे तो मराठी कलंकित होने लग जाएगी, उसके प्रति लोगों की धारणा बदलने लग जाएगी, जो अच्छा नहीं होगा. मराठी के साथ हिंसा मिक्स हो जाएगी तो वह अच्छा परिणाम कैसे दे सकता है. इस भाषा के साथ उदारता को मिलाइए यह भाषा सोना है. आप उसमे धार मिला रहे हैं.”
… तो न ही बने हिंदू राष्ट्र- अविमुक्तेश्वरानंदस्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने बिहार में सनातन महाकुंभ में हिंदू राष्ट्र वाले चर्चा पर कहा कि हम तो अभी एक कुंभ से आए हैं, हमें उसकी जानकारी है. यह दूसरा कौन सा कुंभ हो गया, उसकी जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि रही बात हिंदू राष्ट्र बनाने की तो – ऐसा हिंदू राष्ट्र ना बने तो अच्छा है जिसमें गौ हत्या होती हो. लेकिन अगर गौ हत्या बंद हो जाए और भले ही उसका नाम हिंदू राष्ट्र ना हो लेकिन वह ऊंचा राष्ट्र है. असली प्रयास हिंदू प्रतीकों की हत्या को रोकना है.
इसके अलावा उन्होंने बिहार चुनाव को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोई सतपात्र निकल कर नहीं आ रहा है, जो गौ माता की रक्षा की बात करें. इसलिए बिहार विधानसभा के सभी सीटों पर गौ भक्त खड़े होंगे और वह गौ रक्षा वालों का वोट प्राप्त करेंगे.
भाषा विवाद पर बोले स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद, ‘थप्पड़ से मराठी कलंकित हो जाएगी’
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