भिवानी के लघु सचिवालय स्थित डीआरडीए हाल में रेडक्रास सोसाइटी की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता डीसी महावीर कौशिक ने की। बैठक में डीसी ने जिला रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने रेडक्रॉस, पंचायत विभाग, डीआइटीएस, खाद्य आपूर्ति विभाग व स्वास्थ्य विभाग को आपसी सामंजस्य बनाकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए। डीसी महावीर कौशिक ने रेडक्रॉस अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे जिला में डोर-टू डोर सर्वे कर 60 साल से ऊपर के लोगों के समक्ष स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों की पहचान करें। ताकि उनका मेडिकल चैकअप करवाकर उनको जरूरत के अनुरूप सहायक उपकरण आदि मुहैया करवाए जा सकें। सहायक उपकरण व कृत्रिम अंग मुहैया करवाने में धनराशि की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि वे गांवों में जागरूकता अभियान चलाकर युवाओं को ड्रग का सेवन या किसी भी प्रकार का नशा ना करने के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि स्कूलों के साथ-साथ आंगनवाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन किया जाए, ताकि छोटे व बड़े बच्चों के स्वास्थ्य की जांच हो सके। बच्चों को एनीमिया से मुक्ति के लिए उनको सही पोषण के बारे में बताना जरूरी है। अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विद्यार्थियों को योगासन, प्राणायाम के प्रति जागरूक करें, ताकि युवाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सके, जो सबसे जरूरी है। 498 दिव्यांगजन को 894 सहायक उपकरण एवं कृत्रिम अंग वितरित किए
बैठक के दौरान रेडक्रॉस सचिव प्रदीप हुड्डा ने रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रक्तदान सेवाओं के तहत 2022-23 में 145 कैंप लगाकर 4225 रक्त इकाइयां, 2023-24 में 163 कैंप लगाकर 4777 रक्त इकाइयां तथा 2024-25 में 158 कैंप लगाकर 5122 रक्त इकाइयां एकत्रित की। टीआई प्रोजेक्ट के तहत 2024-25 में उच्च जोखिम समूह की 711 महिलाओं को चिह्नित कर चिकित्सा एवं टेस्ट करवाएं। प्राथमिक सहायता प्रशिक्षण के तहत अनेक प्रकार के नि:शुल्क प्रशिक्षण करवाएं गए है। दिव्यांगों को सहायक उपकरण एवं कृत्रिम अंग वितरण कार्यक्रम के तहत जिलेभर से 498 दिव्यांगजन चिह्नित कर एक करोड़ 73 लाख 29 हजार 314 रुपए के 894 सहायक उपकरण एवं कृत्रिम अंग वितरित किए गए हैं।
भिवानी डीसी ने ली रेडक्रास सोसाइटी की बैठक:डोर-टू-डोर सर्वे किया जाएगा, 60 वर्ष से बड़ों की स्वास्थ्य संबंधी परेशानी पहचानें
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