भिवानी में लोहारू अनाज मंडी में आयोजित किसान महापंचायत में किसानों ने खरीफ 2023 की कपास फसल के बीमा क्लेम घोटाले के खिलाफ आंदोलन की घोषणा की है। किसान नेता कामरेड बलवान पूनिया ने कहा कि जब तक पूरी बीमा राशि किसानों के खातों में नहीं आएगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। गुलाबी सुंडी से हुए नुकसान की क्रॉप कटिंग के बाद बीमा कंपनी और कृषि विभाग ने गांववार नुकसान का आकलन किया था। किसानों को करीब 450 करोड़ रुपए का बीमा क्लेम मिलना था। लेकिन सैटेलाइट डेटा का हवाला देकर नुकसान को घटाकर 150 करोड़ रुपए कर दिया गया। इसमें से भी केवल 89 करोड़ रुपए ही किसानों को दिए गए। पूर्व कृषि व वित्त मंत्री पर घोटाले में शामिल होने का आरोप किसान नेता कविता आर्य एडवोकेट ने पूर्व कृषि व वित्त मंत्री जेपी दलाल पर घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दलाल ने आंदोलन के दबाव में घोटाले को स्वीकार किया था। लेकिन अब तक न तो दोषियों पर कार्रवाई हुई और न ही किसानों को बकाया राशि मिली। सांसदों और विधायकों को ज्ञापन सौंपा जाएगा किसान सभा के राज्य प्रधान बलबीर सिंह संधू ने बताया कि 1 जुलाई 2025 को भिवानी जिले के सभी सांसदों और विधायकों को ज्ञापन दिया जाएगा। इसमें बकाया बीमा क्लेम की मांग के साथ जिम्मेदार अधिकारियों और बीमा कंपनी पर कार्रवाई की मांग की जाएगी। आंदोलन की चेतावनी महापंचायत के बाद हजारों किसानों ने शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और उपमंडल अधिकारी (नागरिक), लोहारू को ज्ञापन सौंपा। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही बीमा राशि का भुगतान नहीं किया गया, तो आंदोलन और अधिक उग्र होगा। ये सभी रहे मौजूद महापंचायत को भाकियू युवा प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद, एडवोकेट अशोक आर्य, कामरेड ओमप्रकाश भिवानी, डा. बलबीर ठाकन, रामपाल सिंघानी, कविता आर्य, वजीर सिंह, दयानंद पूनिया, उप प्रधान ओम प्रकाश, मास्टर उमराव सिंह, राजस्थान से छात्र नेता अजित पूनिया समेत अन्य नेताओं ने संबोधित किया।
भिवानी में किसानों की आंदोलन की घोषणा:कपास फसल का बीमा क्लेम घोटाला, अधिकारियों और कंपनी पर कार्रवाई की मांग
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