भिवानी जिले में जमकर हुई बारिश से जिले के आधा दर्जन से अधिक गांव की फसलें डूब गई। जिसके कारण किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने सरकार से पानी निकासी और मुआवजे की मांग की है। इसको लेकर भिवानी जिले के गांव धनाना, बडेसरा, घुसकानी व बलियाली सहित अन्य गांव के ग्रामीण भिवानी डीसी से मिलने पहुंचे। ग्रामीणों ने कहा कि बारिश के पानी से फसल बर्बादी के कगार पर पहुंच गई हैं। किसान परेशान है। किसानों ने कहा कि उनकी फसल तबाह हो रही है। लगभग 6 से 7 हजार एकड़ भूमि जलमग्न है। कई छोटे किसान तो ऐसे है जिन्होंने खेत ठेके पर लेकर जुताई कर रखी है। अब उनके लिए भी हालत खराब हो चुके है। 50 हजार रुपए मुआवजे की मांग
किसानों ने कहा कि बारिश के पानी की निकासी ना होने से सभी फैसले खेतों में बर्बाद हो रही है। ऐसे में उनकी सारी मेहनत पर पानी फिर गया। उम्मीद थी कि इस बार फसल अच्छी होगी, तो कमाई होगी। लेकिन जलभराव ने सारा पानी खेतों में जमा हो गया और फसल तबाह हो रही है। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। हालत यह है कि अगली फसल भी बिजाई नहीं हो सकती, अगर पानी की निकासी नहीं हुई तो। इसलिए सरकार किसानों को कम से कम 50 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे। किसान बर्बादी की कगार पर
कामरेड ओमप्रकाश किसान नेता, किसान बलवान व सतबीर सिंह ने कहा कि फसलों का नुकसान तो हो ही रहा है। खेतों से पानी की निकासी का कोई भी प्रबंध ना होने के कारण किसान बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। जलभराव और बारिश की वजह से मच्छर से होने वाली बीमारियों के लिए भी ग्रामीणों में खतरा मंडराने लगा है। उन्होंने सरकार से मांग की है जल्द से जल्द खेतों में जमा पानी को निकाला जाए ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके।
भिवानी में बरसात से खेत जलमग्न:फसल हुई बर्बाद, डीसी दरबार पहुंचे किसान, बोले- जल्द हो निकासी, 50 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा मिल
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