हरियाणा के भिवानी जिले में स्वास्थ्य विभाग बेटियों के जन्म और संरक्षण को लेकर सक्रिय हुआ है। ढिगावा जाटान स्थित पीएचसी में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम सिविल सर्जन भिवानी के निर्देश और एसएमओ लोहारू के मार्गदर्शन में हुआ। डॉ. रीटा ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया। सामूहिक प्रयास की जरूरत डॉ. रीटा ने ग्रामीणों और आशा वर्कर्स को लिंगानुपात के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समाज में अभी भी बेटियों के प्रति भेदभाव की मानसिकता मौजूद है। इसे दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास की जरूरत है। हरियाणा में पिछले कुछ वर्षों में लिंगानुपात में सुधार हुआ है, लेकिन लोगों की सोच में अभी और बदलाव की आवश्यकता है। डॉक्टरों ने सभी को दिलाई शपथ स्वास्थ्य निरीक्षक राजेंद्र श्योराण ने भी कार्यक्रम में ग्रामीणों को संबोधित किया। उन्होंने सभी को बेटा-बेटी में भेदभाव न करने की शपथ दिलाई। श्योराण ने कहा कि बेटियों को बराबर का अधिकार और सम्मान मिलना जरूरी है। इसके बिना समाज का समग्र विकास संभव नहीं है।
भिवानी में बेटियों के जन्म और संरक्षण पर जोर:स्वास्थ्य विभाग का जागरूकता कार्यक्रम, लिंगानुपात के महत्व की दी जानकारी
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