भिवानी के ढाणा रोड व पतराम गेट स्थित मस्जिद में शनिवार को बकरीद मनाई गई। इस दौरान मस्जिद में पहुंचकर नमाज अता की। साथ ही एक-दूसरे के गले लगकर बधाई दी और भाईचारे का संदेश दिया। बता दें कि देश भर में ईद-उल-जुहा यानी बकरीद मनाई गई। इधर, बकरीद को लेकर पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए। जिला पुलिस ने नमाज अदा करने वाले स्थान के आसपास पुलिस द्वारा व्यापक सुरक्षा के प्रबंध किए गए है। बकरीद को लेकर करीब 3 दर्जन पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो और खुशी के त्योहार पर कोई खलन ना पड़े। वहीं सुरक्षित माहौल में त्योहार मनाई जा सके। एक-दूसरे के गले मिलने से होते हैं गिले शिकवे दूर
मस्जिद कमेटी प्रधान जोरावर अली ने बताया कि आज ईद-उल-जुहा यानी बकरीद है। इस दिन एक दूसरे के गले मिलने से जहां गिले शिकवे दूर होते हैं वही ऐसा लगता है मानो सारे जहां की खुशियां मिल गई। उन्होंने बताया कि बकरीद की शुरुआत पैगंबर हजरत इब्राहिम ने की थी। उन्होंने ही सबसे पहले कुर्बानी देना शुरू किया था। एक बार अल्लाह ने उनसे सबसे प्यारी चीज कुर्बान करने के लिए कहा था। तब पैगंबर हजरत इब्राहिम ने अपने बेटे की कुर्बानी करने का फैसला लिया था, जो उन्हें सबसे प्यारा था। लेकिन उसकी जगह एक बकरे की कुर्बानी दी गई, तभी से बकरीद पर्व मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि यह त्योहार कुर्बानी का त्योहार है। अर्थात अंदर की बुराइयां खत्म करने का त्योहार है।
भिवानी में मनाई बकरीद:मस्जिद में जाकर अता की नमाज, एक-दूसरे के गले लेकर दिया भाईचारे का संदेश, बुराईयां खत्म करने का त्योहार
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