भिवानी में आज यानी रविवार को हरियाणा पुलिस में कार्यरत कॉन्स्टेबल का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। राजेश कटारिया का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव ढाणा जोगी पहुंचा। वहां अंतिम संस्कार किया गया। राजेश लगभग तीन महीने पहले नूंह जिले में ड्यूटी के दौरान एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए थे। इलाज के दौरान वे अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। हरियाणा पुलिस की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी। अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में ग्रामीण, रिश्तेदार, पुलिसकर्मी और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। परिवार की स्थायी नौकरी देने की मांग
राजेश कटारिया अपने पीछे पत्नी मंजू देवी, तीन बेटियां और एक छोटा बेटा छोड़ गए हैं। सबसे बड़ी बेटी की उम्र 8 साल है। सबसे छोटे बेटे की उम्र महज 2 साल है। उनके निधन से गांव ही नहीं, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। लोगों ने उन्हें एक ईमानदार, कर्मठ और मिलनसार पुलिसकर्मी के रूप में याद किया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने सरकार से परिवार को आर्थिक सहायता और स्थायी नौकरी देने की मांग की है। इससे इस दुखद घड़ी में परिवार को सहारा मिल सकेगा। राजेश के पिता का नाम श्री पहलाद सिंह कटारिया है।
भिवानी में राजकीय सम्मान से कॉन्स्टेबल का अंतिम संस्कार:नूंह में ड्यूटी के दौरान हुआ एक्सीडेंट, परिवार की नौकरी की मांग; 4 बच्चों के पिता
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