भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी लेडी टीचर मनीषा की हत्या मामले में 4 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। इधर, परिजन, ग्रामीण व आसपास के लोगों ने ढिगावा में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जबकि शव को पोस्टमार्टम के बाद भी नहीं लिया। परिवार वालों के संदेह को देखते हुए जिला अस्पताल में चिकित्सकों के बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम के बाद शव का रोहतक पीजीआई से पोस्टमार्टम करवाया। धरने पर भाजपा, कांग्रेस, जेजेपी व इनेलो सहित अन्य संगठनों के नेता भी पहुंच चुके हैं। जिन्होंने मनीषा के लिए न्याय की मांग की। इसके पहले शुक्रवार को आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर CM नायब सैनी ने SP मनबीर सिंह को हटा दिया। उनकी जगह सुमित कुमार को SP नियुक्त किया गया है। इसके अलावा लोहारू थाना प्रभारी (SHO) अशोक, महिला ASI शकुंतला और डायल-112 की इमरजेंसी रिस्पॉन्स व्हीकल (ERV) टीम के ASI अनूप, कॉन्स्टेबल पवन व SPO धर्मेंद्र को सस्पेंड कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। 13 को खेतों में मिला था शव
मनीषा का शव 13 अगस्त को गांव सिंघानी के खेतों में मिला था। उसका गला रेता हुआ था। 14 अगस्त को मनीषा के परिवार ने शव उठाने से इनकार करते हुए पुलिस अधिकारियों पर लापरवाही के आरोप लगाए। पिता का कहना था कि जब वह थाने गए तो मनीषा को ढूंढने के बजाय पुलिस वालों ने कहा कि लड़की भाग गई है तो 2 दिन में वापस आ जाएगी। पिता बोले- पुलिस कार्रवाई करती जो जान बच जाती
मनीषा के पिता संजय ने कहा कि इस मामले में पुलिस की बहुत बड़ी लापरवाही रही। अगर पुलिस सूचना मिलते ही मनीषा की तलाश में कार्रवाई करती तो उसकी जान भी बचा सकती थी। पुलिस ने कार्रवाई कि बजाय मुझसे अभद्र भाषा में बात करती रही। पुलिस कर्मचारियों ने मुझे कहा कि लड़की भाग गई, 2 दिन में वापस आ जाएगी। पुलिस ने शुरू से ही इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। मामा ने कहा- दूसरे डॉक्टरों का बोर्ड पोस्टमॉर्टम करे
वहीं मामा कुलदीप ने बताया कि पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके कारण 11 सदस्य कमेटी भी संतुष्ट नहीं है। आरोपियों की गिरफ्तारी समेत अन्य मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। पुलिस ने जो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट दिखाई है, उसमें हत्या को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। नर्सिंग कॉलेज में गई थी : मनीषा के पिता संजय ने बताया था कि मेरी बेटी मनीषा प्ले स्कूल में पढ़ाती थी। 11 अगस्त को 2 बजे के बाद लापता हुई। वह नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन लेने की बात कहकर गई थी। शाम तक वह घर नहीं आई तो मुझे शक यह हुआ। बेटी के घर नहीं आने का फोन आया : पिता ने आगे बताया कि शाम को 6 बजकर 26 मिनट पर मेरे पास फोन आया कि मनीषा घर नहीं आई है। मैं लोहारू में प्राइवेट नौकरी करता हूं। उस दौरान मैं वहीं पर था। ये पता चलते ही मैं 7 बजे वाली बस पकड़कर सीधा सिंघानी गांव पहुंचा। यहां आकर मैंने डायल 112 पर सूचना दी। कुछ देर बाद डायल 112 की टीम यहां आई। कॉलेज में 3 लोगों ने शराब पी रखी थी : संजय ने आगे बताया कि इसके बाद पुलिस ने उनका सहयोग किया। हम गांव में बने उस नर्सिंग कॉलेज में पहुंचे। वहां 3 व्यक्ति मौजूद थे। उन तीनों ने शराब पी रखी थी। हमने उनसे पूछा कि मनीषा नाम की कोई लड़की आई है क्या? उन्होंने कहा कि यहां कोई लड़की नहीं आई। हमारा तो कॉलेज एक बजे से बंद है। 13 अगस्त को किसान ने लाश देखी: 13 अगस्त की सुबह सिंघानी गांव में नहर के पास बने खेत में किसान ने युवती की लाश पड़ी देखी। उसकी गर्दन कटी हुई थी। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर युवती की पहचान करने की कोशिश की, लेकिन वह सिंघानी गांव की नहीं निकली। परिवार को शिनाख्त के लिए बुलाया: ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। युवती का हुलिया मनीषा के जैसा लगा, जिसकी थाने में गुमशुदगी की शिकायत आई थी। पुलिस ने तुरंत ढाणी लक्ष्मण गांव में मनीषा के परिवार को सूचना दी। परिवार के लोगों ने मौके पर पहुंचकर शिनाख्त की तो डेडबॉडी मनीषा की ही निकली।
भिवानी लेडी टीचर मनीषा मर्डर केस:4 दिन बाद भी हत्यारों तक नहीं पहुंची पुलिस, अनिश्चितकालीन आंदोलन पर परिजन व ग्रामीण
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