भिवानी के डीसी महावीर कौशिक ने मानसून सीजन के दौरान अत्यधिक बारिश या बादल फटने पर बनने वाली बाढ़ की स्थिति में बचाव कार्यों को लेकर सोमवार को तोशाम बाईपास डाबर स्थित वाटर टैंक में नाव आदि संसाधनों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को जरूरी निर्देश दिए। बचाव कार्यों का जायजा लेने के दौरान डीसी ने कहा कि प्राकृतिक आपदा का कोई समय नहीं होता। लेकिन मानसून के दौरान अत्यधिक बारिश और बादल फटने पर जलभराव या बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की संभावना होती है। ऐसे में हमारे पास में मौजूद बाढ़ राहत संसाधनों की जांच करना जरूरी होता है। मरम्मत की जरूरत है तो करवाएं
उन्होंने जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार भोरिया और जिला आपदा प्रबंधक प्रवीण कुमार को निर्देश दिए कि वे बाढ़ राहत संसाधनों को दुरुस्त रखें। यदि कहीं पर कोई मरम्मत आदि करवाने की जरूरत है, तो वह भी करवाई जाएं। वहीं दूसरी ओर डीसी महावीर कौशिक ने नाव में बैठकर नाव के संचालन आदि का जायजा लिया। जिले में बाढ़ राहत के लिए 10 नाव
इस दौरान जिला आपदा प्रबंधक प्रवीन ने डीसी को बताया कि जिला में बाढ़ राहत के लिए 10 नाव हैं। नाव चलाने के लिए जरूरत के अनुरूप राजस्व विभाग के कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। बाढ़ राहत प्रशिक्षण के दौरान ऑफिस कानूनगो अशोक, पटवारी रविन्द्र, मनजीत, शैलेन्द्र, प्रदीप, अमित, दीपक व विकास राठी, हरकेस, राकेश आदि मौजूद रहे।
भिवानी DC ने लिया बाढ़ नियंत्रण प्रबंधों का जायजा:नाव में बैठकर वाटर टैंक में जांचे संसाधन, महावीर कौशिक बोले- समय-समय पर निरीक्षण जरूरी
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