Bhilwara News: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में हुई तेज बारिश ने लोडकिया खेड़ा गांव में भारी तबाही मचा दी. भोली पंचायत के वार्ड नंबर 11 में बना पुराना एनिकट तेज बारिश में भर गया और देर शाम उसकी दीवार टूट गई.
इससे गांव के खेत और घर जलमग्न हो गए. ग्रामीणों का कहना है कि अनाज और जरूरी सामान पूरी तरह खराब हो गया और रातभर अफरा-तफरी का माहौल रहा.
एनिकट टूटा, रास्ता बहा-लोग फंसे
ग्रामीण माधुलाल जाट ने बताया कि गांव में करीब 60 परिवार रहते हैं और यह एनिकट करीब 25 साल पहले बना था. आमतौर पर इसे भरने में हफ्तों लग जाते थे, लेकिन इस बार भारी बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिए. एक ही दिन में एनिकट लबालब भर गया और शाम को उसमें दरार आ गई. ग्रामीणों ने स्थानीय स्तर पर रोकने की कोशिश की, लेकिन तेज बहाव ने एनिकट की दीवार ढहा दी.
एनिकट के टूटते ही पानी खेतों के रास्ते गांव में घुस गया. कई घरों में घुटनों तक पानी भर गया. खाने-पीने का सामान, अनाज और कपड़े तक खराब हो गए. गांव को जोड़ने वाला मुख्य रास्ता भी बह गया है, जिससे लोगों को अब कमर तक पानी में चलकर बाहर आना-जाना पड़ रहा है.
प्रशासन से नहीं मिली कोई मदद
ग्रामीणों ने बताया कि वे सालों से पंचायत और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कभी कोई स्थायी समाधान नहीं मिला. कई बार शिविरों में भी शिकायतें दी गईं, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई. लोड़किया खेड़ा गांव पंचायत मुख्यालय से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर है, इसके बावजूद यह इलाका हमेशा उपेक्षित रहा है.
स्थानीय लोगों का आरोप है कि राजनीतिक दलों की आपसी खींचतान की वजह से इस वार्ड का विकास अधूरा है. यहां की सड़क भी वर्षों पहले तत्कालीन नगर विकास न्यास अध्यक्ष गोपाल खंडेलवाल के प्रयास से बनी थी, लेकिन इसके बाद से कोई काम नहीं हुआ.
ग्रामीणों का कहना है कि राजनीतिक उपेक्षा के चलते क्षेत्र का विकास नहीं हुआ वही मूलभूत सुविधाओं से मरहूम है, उनके सामने विडंबना है कि वे अपने पुरखों का गांव छोड़कर कहीं नहीं जा सकते, लेकिन शासन-प्रशासन ने आंखें मूंद रखी हैं.
अब अगर जल्द ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो वे मजबूर होकर जिला कलेक्ट्री पर प्रदर्शन करेंगे और जिला प्रशासन के नाम ज्ञापन भी देंगे.
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