ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान में तबाही मचाई. पहले हमारे फाइटर जेट्स ने आतंकी ठिकानों को नष्ट किया और बाद में जब पाक सेना ने कार्रवाई शुरू की तो उसको भी काफी नुकसान पहुंचाया. पाकिस्तान के कई एयरबेस तबाह तबाह हुए, कई फाइटर जेट भी मार गिराए. हमारा ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह सफल साबित हुआ, लेकिन इस सैन्य कार्रवाई ने युद्ध का तरीका पूरी तरह बदल दिया. पाकिस्तान ने जिस तरह तुर्किए और चीनी हथियारों का इस्तेमाल किया, भविष्य में उससे निपटने के लिए भारत ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
इंडियन आर्मी ने सेना को सिर्फ पारंपरिक युद्ध के लिए ही नहीं बल्कि मॉडर्न युद्ध के लिए तैयार रखने के लिए कदम बढ़ा दिए हैं. अब भारतीय सेना बटालियन स्तर पर ही ड्रोन के इस्तेमाल और ड्रोन अटैक को रोकने के लिए काउंटर ऑपरेशन के लिए नई व्यवस्था अपना रही है.
बटालियन स्तर पर तैयार होगी टीम इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सेना अब बटालियन स्तर पर UAV और काउंटर UAV की तैनाती और इसके लिए जवानों की ट्रेनिंग की तैयारी कर रही है. इसमें सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि भारतीय सेना ‘लाइट कमांडो बटालियन’ बनाएगी. इतना ही नहीं सेना की योजना ‘इंटीग्रेटेड ब्रिगेड’ बनाने की भी है. ऑपरेशन सिंदूर से जो सबक मिले हैं, उनकी वजह से बदलाव जरूरी हो गए हैं. दरअसल पाकिस्तान के मित्र देश चीन और तुर्किए का पूरा फोकस अब ड्रोन और पांचवीं-छठी पीढ़ी के फाइटर जेट्स पर है. ऐसे में भारतीय सेना को भी खुद को पूरी तरह अपडेट रखना होगा. कहां तैनात होगी भैरव बटालियन?
सेना का टारगेट है कि हर यूनिट में एक नई टीम तैयार हो, जो सिर्फ ड्रोन पर ही फोकस करे और उनकी निगरानी करे. हर यूनिट से कहा गया कि वह इस तरह की व्यवस्था करे और ऐसे जवानों को पूरी तरह ट्रेनिंग दी जाए. इसके अलावा सेना 30 ‘लाइट कमांडो बटालियन’ भी बना रही है, जिसे ‘भैरव’ कहा जा रहा है. भैरव की एक यूनिट में करीब 250 जवान होंगे. ये जवान दुश्मन देशों की ओर से आने वाले ड्रोनों को मार गिराएंगे और ड्रोन से दुश्मनों पर अटैक करेंगे. भारतीय सेना की भैरव बटालियन कुछ खास इलाकों में तैनाती के लिए ट्रेन्ड की जाएंगी. इन्हें जिम्मेदारी के हिसाब से ही सैन्य उपकरण मुहैया कराए जाएंगे. ऐसी बटालियन बनाने की तैयारी भी शुरू हो चुकी है और जल्दी ही ऐसी बटालियन तैनाती के लिए तैयार हो जाएंगी.
घातक होगी भारतीय सेना की रुद्र ब्रिगेड
‘भैरव’ के साथ ‘रुद्र ब्रिगेड’ भी स्थापित की जाएगी, जिसमें UAV और सैन्य उपकरणों के साथ-साथ ऑल-आर्म्ड ब्रिगेड भी शामिल होगी. ‘रुद्र ब्रिगेड’ में इसमें पैदल सेना, बख्तरबंद गाड़ियों वाले जवान, तोपखाने, विशेष ट्रेनिंग पाए जवान और ड्रोन जैसी मानव रहित हवाई प्रणालियां समेत हर तरह के ट्रेन्ड जवान शामिल होंगे. इस ब्रिगेड को खासतौर पर तैयार किए गए रसद और सैन्य समर्थन भी मिलेगा, जिससे ये और ताकतवर होगी.
भारत की तैयार देख कांपने लगेगा दुश्मन!
भारतीय सेना जिस तरह UAV और काउंटर UAV को लेकर अपनी तैयारी कर रही है, इसे देखते ही दुश्मनों की रूह कांप जाएगी. वो कभी भारत पर ड्रोन से अटैक करने की हिमाकत नहीं कर पाएंगे क्योंकि भारतीय सेना के जवान पूरी तरह ट्रेन्ड होंगे.
भैरव और रुद्र… अब हर बटालियन में होगी ड्रोन फोर्स! ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में होंगे ये बदलाव
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