मंडी के जोगिंदर नगर में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित परिवारों को राहत मिली है। दो साल पहले भारी बारिश और भूस्खलन से यहां 23 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। राज्य सरकार ने इन परिवारों की मदद के लिए कदम उठाया है। सरकार ने राहत मैनुअल में बदलाव करते हुए राहत राशि में 25 गुना तक की बढ़ोतरी की। प्रत्येक प्रभावित परिवार को मकान पुनर्निर्माण के लिए 7 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई। यह राशि तीन चरणों में वितरित की जा रही है। अक्टूबर 2023 में पहले चरण में 3 लाख रुपए दिए गए। अगस्त 2024 में दूसरे चरण में 2.50 लाख रुपए विशेष आपदा राहत पैकेज से और 1.30 लाख रुपए आपदा राहत कोष से दिए जाएंगे। अंतिम चरण में प्रत्येक परिवार को 20 हजार रुपए की राशि दी जा रही है। ग्राम पंचायत गुम्मा के जगलोण गांव के विनोद ने बताया कि आपदा में उनका घर भूस्खलन में दब गया था। सरकारी मदद से वे दोबारा घर बना पाए हैं। भूतड़ी देवी को तंबू में रहना पड़ा था। नारदा देवी को कुछ दिन दूसरों के घरों में शरण लेनी पड़ी थी। अब सरकारी मदद से सभी प्रभावित परिवार अपने नए घर बना रहे हैं। जोगिंदर नगर के उप मंडलाधिकारी मनीश चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष के विशेष पैकेज नियमावली से गृह पुनर्निर्माण को 7-7 लाख रुपए की स्वीकृति मिली, जिससे लोगों को नया जीवन मिल सका। अब तक उपमंडल में 23 घरों के लिए लगभग 154 लाख रुपए की राशि सरकार की तरफ से प्रभावित परिवारों को दी जा चुकी है। जिन प्रभावितों का गृह निर्माण कार्य अंतिम चरणों में है, उन्हें भी नियमानुसार देय राशि का भुगतान किया जा रहा है।
मंडी में आपदा पीड़ितों को 7 लाख रुपए मिले:2 साल बाद 23 परिवारों को मदद, दूसरों के घरों में ली थी शरण
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