Himachal Flood News: हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश में बीती रात मंडी में आठ बाद फटने की घटना सामने आई है. प्रारंभिक आकलन में 500 करोड़ नुकसान की रिपोर्ट प्राप्त हुई है. ब्यास नदी उफान पर है. नादौन में व्यास किनारे एक महिला का शव बरामद हुआ है.
कुछ जगहों से नुकसान के अपडेट लगातार रहे हैं ऐसे में नुकसान का आंकड़ा बढ़ सकता है. मुख्यमंत्री सुक्खू मंगलवार को गृह विधानसभा क्षेत्र नादौन में सहायक लोक अभियोजक के निर्मित भवन के लोकार्पण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहीं.उन्होंने प्रदेश वासियों से अपील की है कि नदी नाम के किनारे न जाएं. सभी लोग नदी नालों से करीब 500 मीटर की दूरी पर रहे.
प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बीते 24 घंटों के दौरान बादल फटने की लगभग 10 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनसे जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। सबसे अधिक असर मंडी जिले में देखा गया है, जहां निजी और सार्वजनिक संपत्तियों को गंभीर क्षति पहुँची है। दुर्भाग्यवश, हमने चार अनमोल जीवन भी खो दिए… pic.twitter.com/LF3Uu93hTC
— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) July 1, 2025
दुर्गम क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैमुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भूस्खलन से एक परिवार के सदस्यों के प्रभावित होने की सूचना है. यहां पर कुछ लोगों को रेस्क्यू किया गया है. मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटे के लिए अलर्ट जारी है.
पर्यटकों से अपील करते हुए सीएम ने कहा कि पर्यटक शहरी क्षेत्रों में रहें और नदी नालों और दुर्गम पहाड़ों से दूर रहें. दुर्गम क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है. ऐसे क्षेत्रों की और न जाएं. प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग सुचारु रुप से चल रहे हैं और लोक निर्माण विभाग लगातार सड़कों को बहाल कर रहा है.
टीसीपी नियमों में किया गया बदलाववहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा बारिश के चलते पावर प्रोजेक्ट को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है और यहां पर कामकाज ठीक प्रभावित हुआ है. पिछले दो तीन सालों से बादल फटने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, जोकि चिंताजनक है. इसके पीछे के कारणों की समीक्षा की जा रही है.
वर्ष 2023 की आपदा के बाद नदी नालों के करीब मकान बनाने के टीसीपी नियमों में बदलाव किया गया है. केंद्र सरकार को भी ऐसी परिस्थिति में तुरंत मदद करनी चाहिए.उन्होंने एनएचएआई और सड़क एवं राजमार्ग मंत्रालय के प्रोजेक्ट निर्माण में देरी पर चिंता जाहिर की है.