भास्कर न्यूज | जालंधर शनिवार को शहर के देश भगत यादगार हॉल में जन संगठनों के साझा मंच जेपीएमओ पंजाब ने केंद्र और राज्य सरकारों की जनविरोधी, देशविरोधी और नवउदारवादी नीतियों के खिलाफ नौ जुलाई को देशव्यापी हड़ताल में हिस्सा लेने की घोषणा की है। कामरेड तीरथ सिंह बासी और बलदेव सिंह नूरपुरी ने कन्वेंशन में किए गए फैसलों की जानकारी दी। इस दौरान ‘पंजाब शॉप्स एंड अदर एस्टेब्लिशमेंट एक्ट-1958’ में किए गए संशोधनों और मजदूरों की ड्यूटी आट से बढ़ाकर 12 घंटे करने के फैसले को रद्द करने की मांग की गई। सभा में सीटीयू पंजाब, देहाती मजदूर सभा, जम्हूरी किसान सभा, तकनीकी सेवा यूनियन, औरत मुक्ति मोर्चा, शहीद भगत सिंह नौजवान सभा, पंजाब स्टूडेंट्स फेडरेशन समेत कई संगठन शामिल हुए। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें देश के जल, जंगल, जमीन और सार्वजनिक संसाधनों को कॉर्पोरेट घरानों के हवाले कर रही हैं। इससे आम जनता, खासकर मजदूर, किसान, बेरोजगार युवा, महिलाएं और संविदा कर्मचारी प्रभावित हो रहे हैं। {केंद्र और राज्य सरकारों की जनविरोधी नीतियां रद्द हों। {मजदूरों के अधिकारों को खत्म करने वाले श्रम कोड रद्द हों। पुराने श्रम कानून बहाल किए जाएं। {एनईपी और बिजली संशोधन कानून 2020 रद्द किया जाए। {मनरेगा खत्म की साजिशें बंद हों। {किसानों की उपजाऊ जमीनें कॉर्पोरेट्स को देने की नीति बंद हो। {जन आंदोलनों पर हमले रोके जाएं।
मजदूरों की ड्यूटी आठ से बढ़ाकर 12 घंटे करने का विरोध, नौ को देशव्यापी हड़ताल
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