मध्य प्रदेश की लाडली बहनों के लिए अगस्त का महीना खास रहने वाला है. प्रदेश के मुख्यमंत्री ने डॉ. मोहन यादव ने लाडली बहनों के लिए निर्धारित राशि के अलावा इस बार रक्षाबंधन गिफ्ट देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की 27वीं किस्त के साथ रक्षाबंधन के शगुन के रूप में 250 रुपये अतिरिक्त महिलाओं के बैंक अकाउंट में आएंगे. यानी इस बार महिलाओं को 1250 की जगह 1500 रुपये की राशि दी जाएगी.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, ”प्रधानमंत्री के नेतृत्व में डबल इंजन की हमारी सरकार चल रही है. हमने कहा है कि पांच साल में बहनों की राशि बढ़ा-बढ़ाकर 3000 रुपये कर देंगे. अभी इस साल इसी महीने आपको रक्षाबंधन के 250 रुपये अलग और 1250 रुपये अलग मिलने वाले हैं.”
लाड़ली बहनों के खाते में इस बार ₹1250 के अतिरिक्त ₹250 रक्षाबंधन के उपहार स्वरूप आएंगे। इसके साथ ही लाड़ली बहनों से मेरा वादा है कि साल 2028 तक सबके खाते में ₹3000 हर महीने आएंगे : CM@DrMohanYadav51 #CMMadhyaPradesh #MadhyaPradesh #लाड़ली_बहना pic.twitter.com/Rz9HXZNc9k
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 3, 2025
साल 2028 तक 3000 रु देने का CM का वादा
सीएम मोहन यादव ने ये भरोसा दिलाते हुए आगे कहा, ”भाईदूज से 1500 रुपये महीना बहनों के खाते में आने वाले हैं. ये तो अभी 2025 चल रहा है. साल 2028 आते-आते आपके खाते में 3000 रुपये प्रति महीना आएगा. ये बहनों से इस भाई का वचन है.”
एमपी में लाडली बहनों के खाते में हर महीने 1250 रुपये की राशि दी जाती है
इस महीने बहनों के खाते में 250 रुपये रक्षाबंधन गिफ्ट के तौर पर भेजे जाएंगे
अगस्त में लाडली बहनों के खाते में कुल 1500 रुपये भेजे जाएंगे
2028 तक लाडली बहनों को 3000 रुपये प्रति महीना देने का मोहन यादव सरकार का आश्वासन
4 करोड़ बहनों का आशीर्वाद ही मेरी शक्ति- मोहन यादव
उन्होंने कहा कि प्रदेश की साढ़े चार करोड़ बहनों का आशीर्वाद ही मेरी शक्ति है, जिससे मैं सदैव आपकी सेवा के लिए तत्पर हूं. उन्होंने कहा, ”हमारे सारे त्यौहार सनातन संस्कृति एवं संस्कारों को मजबूत करते हैं लेकिन रक्षाबंधन सभी त्यौहार का राजा है, जिसमें हमें बहनों का आशीर्वाद मिलता है.”
CM मोहन यादव रविवार (03 अगस्त) को उज्जैन के तालोद गांव पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी कलाई पर राखी बंधवाई. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”मेरा संकल्प हर बहन के विश्वास के धागे से बंधा है. आज रक्षाबंधन के पावन अवसर पर उज्जैन के तालोद गाँव में बहनों ने मेरी कलाई पर राखी बांधी. बहनों के बीच जाकर जो आनंद, प्रेम और अपनत्व की अनुभूति होती है, वो और कहीं नहीं होती है. बहनों का यह स्नेह मेरे हृदय में अपनेपन का एहसास भर देता है.”