‘मध्य प्रदेश बनेगा देश की डेयरी कैपिटल’, सीएम मोहन यादव ने बदले पशुपालन विभाग के नाम

by Carbonmedia
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MP News: मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश को देश की डेयरी कैपिटल बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार ठोस कदम उठा रही है. मुख्यमंत्री शुक्रवार को भोपाल में राज्य स्तरीय गौशाला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग का नया नाम भी बताया. अब इसे पशुपालन, डेयरी और गौपालन विभाग कहा जाएगा. सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने गौशालाओं को 90 करोड़ रुपये की अनुदान राशि सिंगल क्लिक से ट्रांसफर की. कामधेनु योजना के तीन हितग्राहियों को प्रतीक रूप में ऋण स्वीकृति पत्र भी दिए गए.
दूध उत्पादन बढ़ेगामुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में दूध उत्पादन को पांच गुना करने का लक्ष्य है. फिलहाल रोजाना 5.5 करोड़ लीटर दूध बनता है. इसमें से आधा घरेलू उपयोग में आता है, बाकी बाजार में जाता है.

मध्यप्रदेश के पशुपालन विभाग को गौपालन विभाग के नाम से भी जाना जाएगा। प्रदेश के विकास में गौपालन का महत्वपूर्ण योगदान है, हमारी सरकार गौपालन को बढ़ावा देकर गौपालकों की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। आज भोपाल में राज्य स्तरीय गौ-शाला सम्मेलन में प्रदेश की गौ-शालाओं को ₹89 करोड़ से… pic.twitter.com/bVpNlPoKhV
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 20, 2025

राज्य सरकार ने राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड से समझौता किया है. 26 हजार दुग्ध समितियां बनाई जाएंगी. दूध से जुड़ी फूड प्रोसेसिंग यूनिट भी लगाई जाएंगी. सरकार ने गौशालाओं को मिलने वाला अनुदान 20 से बढ़ाकर 40 रुपये प्रति गाय प्रतिदिन कर दिया है. बड़ी गौशालाएं खोलने के लिए सरकार 125 एकड़ जमीन भी देगी. गौशालाओं में जैविक खाद और सीएनजी गैस भी बनाई जाएगी. कुछ जिलों में ये काम शुरू भी हो चुका है.
गौमाता को मिलेगा सम्मानमुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क पर बैठी घायल गायों को गौशालाओं में भेजा जाएगा. हर ब्लॉक में वृंदावन ग्राम बनाए जाएंगे. बच्चों को गाय का दूध मिलेगा जिससे कुपोषण कम होगा. उन्होंने कहा कि जिनके घर गाय होती है, वे गोपाल होते हैं. गौमाता का सेवा करना पुण्य का काम है.
गौसेवकों को मिला सम्मानसम्मेलन में 7 गौशालाओं और कई गौसेवकों को सम्मानित किया गया. 73 गौशालाओं को पंजीयन प्रमाण पत्र भी दिए गए.
मंत्री बोले –बनेगी स्वावलंबी गौशालाएंपशुपालन मंत्री लखन पटेल ने कहा कि मध्य प्रदेश में 30 स्थानों पर हाईटेक स्वावलंबी गौशालाएं बनेंगी. इनकी क्षमता 5000 से 25,000 गोवंश तक होगी. गौशालाओं में जैविक खाद, सीएनजी और सौर ऊर्जा भी तैयार की जाएगी.
नेताओं ने बताया ऐतिहासिक सम्मेलनभाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि यह सम्मेलन ऐतिहासिक है. मुख्यमंत्री का लक्ष्य है कि प्रदेश पशुपालन में नंबर वन बने. मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि गौमाता की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है. गौसेवा से राज्य की समृद्धि बढ़ेगी. कार्यक्रम में भोपाल के विधायक, महापौर, अधिकारी और सैकड़ों गौपालक मौजूद रहे.
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