Raj Thackeray MNS on Marathi Dispute: महाराष्ट्र में हिंदी बनाम मराठी भाषा को लेकर चल रहे विवाद से गैर मराठी भाषी बेहद नाखुश हैं. राज ठाकरे के मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा मराठी न बोल पाने वाले लोगों को थप्पड़ मारे जा रहे हैं, उनके वीडियो वायरल किए जा रहे हैं. यह सब देखकर लोग अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. इसी क्रम में पूर्व मरीन कमांडो प्रवीण कुमार तेवतिया ने भी अपना गुस्सा व्यक्त किया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए प्रवीण कुमार तेवतिया ने राज ठाकरे को लेकर कहा, “2008 में भी इस व्यक्ति ने ऐसी ही नौटंकी की थी. यूपी-बिहार वालों को मनसे के कथित सैनिकों ने जगह-जगह पर मारा-पीटा था. जैसे ही 26/11 का आतंकी हमला हुआ, ये कथित सैनिक दुम दबाकर छुप गए, दिखाई नहीं दिए. न उद्धव ठाकरे दिखाई दिए, न ही राज ठाकरे दिखाई दिए.”
#WATCH | Delhi: On the Marathi language row, ex-Marine Commando Praveen Kumar Teotia, who led the team during the counter-terrorist operations after the 26/11 attack at Mumbai’s Taj Hotel, says, “When the 26/11 terrorist attack happened, their (MNS) so-called warriors hid and… pic.twitter.com/PYwA5Zt9IB
— ANI (@ANI) July 6, 2025
‘आतंकी हमले में बचाने वाले यूपी-बिहार के थे’पूर्व मरीन कमांडो प्रवीण कुमार तेवतिया ने आगे कहा, “…क्योंकि आतंकी हमले में आम जनता को बचाने वाले जितने लोग थे, जितने फौजी थी, वे ज्यादातर यूपी-बिहार से थे. फ्रंटलाइन वॉरियर्स के रूप में हम ताज होटल में गए, आतंकियों से सामने से लड़ाई की. मैं खुद यूपी से हूं और चौधरी साहब के गांव से हूं.”
‘राजनीति भाषा पर नहीं, विकास कार्यों पर करें’ऐसे में पूर्व मरीन कमांडो ने कहा, “इसलिए राजनीति हमको मत सिखाओ. राजनीति और भाषा को बिल्कुल अलग रखो. हमें भी गर्व होता है मराठी पर, लेकिन उसका राजनीतिकरण न करें. अगर आपको राजनीति करनी है, तो काम, विकास और नौकरियों पर करें. आप कितनी नौकरियां लेकर आए? विकास के कितने काम किए? पूरी की पूरी मनसे ने आज तक कोई भी विकास का काम किया हो तो बता दें.”