रोहतक के महम खंड स्थित भैणी भैरों गांव में जलभराव की स्थिति गंभीर हो गई है। बारिश के कारण गांव में लगभग 2500 एकड़ में लगी धान की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। स्थानीय किसानों के अनुसार गांव की कुल 3 हजार एकड़ भूमि जलमग्न है। खेतों से पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं होने से पशुओं के चारे की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। धान के अलावा अन्य फसलें भी बर्बाद हो चुकी हैं। सरपंच प्रतिनिधि नवीन और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि अब तक कोई प्रशासनिक अधिकारी समस्या का जायजा लेने गांव नहीं आया है। गिरदावरी कर मुआवजा देने की मांग सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई सहायता नहीं मिली है। इस कारण गांव के लोग खुद ही समाधान खोजने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने सरकार से तत्काल गिरदावरी कर मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही खेतों से पानी निकासी का स्थायी समाधान करने की भी मांग की है। किसानों को चिंता है कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आने वाली फसल भी प्रभावित होगी।
महम में जलभराव से फसलों को नुकसान:किसानों की 2500 एकड़ धान की खेती नष्ट, ग्रामीणों ने की मुआवजे की मांग
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