रोहतक जिले के वन विभाग ने महम, कलानौर और लाखनमाजरा खंड में पौधरोपण के लिए एक लाख पौधे तैयार कर लिए हैं। वनराजिक अधिकारी कार्यालय की चार एकड़ नर्सरी में लुप्त हो रही प्रजातियों के पौधे विशेष रूप से तैयार किए गए हैं। इन पौधों में जाल और कैंदू जैसी दुर्लभ प्रजातियां शामिल हैं। जाल और कैंदू के बीज राजस्थान से मंगवाए इन पेड़ों के फल स्वादिष्ट होते हैं और छाया भी ठंडी रहती है। ये औषधीय गुणों से भी भरपूर हैं। वन रक्षक देवेंद्र के अनुसार नर्सरी में नीम, बड़, पीपल, शीशम, जामुन और जमोआ के पौधे भी तैयार किए गए हैं। जाल और कैंदू के बीज राजस्थान से मंगवाए गए थे। जुलाई में बरसात शुरू होते ही पौधरोपण का कार्य आरंभ होगा। आवेदन कर निशुल्क प्राप्त करें पौधे विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि ग्राम पंचायतें, सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाएं अपने लेटर हेड पर आवेदन देकर निशुल्क पौधे प्राप्त कर सकती हैं। आम नागरिक भी आधार कार्ड की प्रति जमा कर पौधे ले सकते हैं। एसडीएम मुकुंद ने नागरिकों से ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में भाग लेने का आह्वान किया है। पौधा लगाने से देश में हरियाली बढ़ेगी उन्होंने कहा कि पेड़ों से फैली हरियाली मन को शांति प्रदान करती है। ये पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करते हैं। प्रत्येक व्यक्ति द्वारा एक पौधा लगाने से देश में हरियाली बढ़ेगी।
महम में वन विभाग ने तैयार किए एक लाख पौधे:कलानौर और लाखनमाजरा में लगेंगे, जाल-कैंदू समेत कई प्रजातियां शामिल
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