सोचिए, एक बच्चा पढ़ाई के लिए घर से ट्यूशन जाता है लेकिन फिर कभी लौटकर नहीं आता. नाशिक के सातपुर इलाके से ऐसा ही एक हिला देने वाला मामला सामने आया है.
यहां महज बेंच पर बैठने को लेकर हुई कहासुनी में 10वीं के छात्र यशराज गंगुर्दे की उसके ही दो साथियों ने बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी. यह घटना बुधवार, 30 जुलाई को एक निजी ट्यूशन क्लास में हुई, जिसने पूरे इलाके को हिला दिया और माता-पिता के मन में बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी.
क्या है पूरा मामला?
यह झगड़ा उस समय शुरू हुआ जब यशराज का क्लास में दो अन्य सहपाठियों से बेंच पर बैठने को लेकर विवाद हो गया. पुलिस के अनुसार, पहले तो मामूली बहस हुई लेकिन देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि गुस्से में आकर दोनों नाबालिग छात्रों ने क्लास में ही यशराज पर हमला कर दिया.
उन्होंने उसे कई बार लगातार थप्पड़, लात और घूंसे मारे जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई. टीचर और अन्य छात्रों के बीच यह सब होते देख अफरातफरी मच गई, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
मौके पर ही हो गई मौत, पुलिस ने किया दो नाबालिग को गिरफ्तार
यशराज को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया. यह घटना सामने आते ही पूरे सातपुर इलाके में सनसनी फैल गई और ट्यूशन सेंटर के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई. स्थानीय नागरिकों में भारी आक्रोश देखा गया.
सातपुर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपी नाबालिगों को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है और दोनों को बाल सुधार गृह भेजे जाने की प्रक्रिया चल रही है.
इस तरह की घटना यह सवाल भी खड़ा करती है कि शिक्षा संस्थानों में छात्रों की मानसिकता और अनुशासन पर और ध्यान देने की आवश्यकता है. एक मामूली विवाद इतनी भयावह त्रासदी में बदल जाएगा, इसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी.
महाराष्ट्र: नाशिक में ट्यूशन क्लास में खौफनाक वारदात, बेंच के लिए झगड़ा और दोस्त ही बन गए कातिल!
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