Malegaon Cooperative Sugar Mill Elections: महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने मंगलवार (24 जून) को मालेगांव सहकारी चीनी मिल चुनाव में अपनी सीट जीत ली. इसे पवार के गढ़ बारामती में शुगर बॉडी पर सत्ता हासिल करने के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई माना जा रहा था. एक चुनाव अधिकारी के अनुसार रविवार को हुए चुनाव में क्षेत्र के गन्ना किसानों के समूह ‘ए’ में 19,549 मतदाता शामिल थे, जबकि चीनी मिल से संबद्ध अलग-अलग सहकारी निकायों के सदस्यों वाले समूह ‘बी’ में 102 मतदाता थे.
अजित पवार के नेतृत्व वाले नीलकंठेश्वर पैनल के लिए चुनावों की देखरेख कर रहे एनसीपी नेता किरण गूजर ने कहा कि मालेगांव सहकारी चीनी मिल के 21 सदस्यीय बोर्ड के चुनाव के नतीजों में अजित पवार ‘बी’ श्रेणी में विजेता बनकर उभरे, जहां उन्होंने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के खिलाफ 101 में से 91 वोट हासिल किए. वहीं विरोधी को केवल 10 वोट मिले.
90 उम्मीदवारों में शामिल रहे अजित पवार
अजित पवार बारामती स्थित चीनी मिल के 21 सदस्यीय निदेशक मंडल के लिए पार्टी के टिकट पर नहीं बल्कि विभिन्न पैनलों के बैनर तले चुनाव लड़ने वाले 90 उम्मीदवारों में से एक थे. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख अजित पवार की अध्यक्षता वाला नीलकंठेश्वर पैनल, जो चार दशक से अधिक समय के बाद सहकारी चीनी मिल का चुनाव लड़ रहा है. मौजूदा समय में वो मिल की सत्ता में अपना वर्चस्व बनाए है.
चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला
नीलकंठेश्वर पैनल और चंद्रराव टावरे के नेतृत्व वाले सहकार बचाव पैनल के अलावा शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) ने ‘बलिराजा सहकार’ पैनल बनाकर इस चुनाव में एंट्री की, जिसके बाद ये मुकाबला त्रिकोणीय हो गया. डिप्टी सीएम अजित पवार के चाचा शरद पवार सीधे तौर पर मैदान में नहीं हैं. पार्टी पदाधिकारियों के मुताबिक अजित पवार ने आखिरी बार 1984 में चीनी मिल बोर्ड का चुनाव लड़ा था और बारामती क्षेत्र में छत्रपति सहकारी चीनी मिल के निदेशक मंडल में काम किया था.
महाराष्ट्र में अजित पवार ने जीता एक और चुनाव, 101 में से 91 वोट हासिल कर मारी बाजी
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