महाराष्ट्र में कुपोषण के आंकड़े चिंताजनक, ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरों में कुपोषित बच्चों की संख्या ज्यादा

by Carbonmedia
()

Malnutrition In Maharashtra: महाराष्ट्र में कुपोषित बच्चों के आंकड़े बेहद ही चिंताजनक हैं. सरकारी आंकड़े बताते हैं कि राज्य में 1,82,443 बच्चे कुपोषित हैं. मुंबई उपनगरों में सबसे अधिक बच्चे कुपोषण का शिकार हैं. ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में कुपोषण के आंकड़ों में बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है. 
मुंबई उपनगरों में 16,344 कुपोषित बच्चे हैं. इनमें से 1,3457 मध्यम कुपोषित बच्चे और 2,887 गंभीर कुपोषित बच्चे हैं जबकि राज्य में मध्यम कुपोषित बच्चों की संख्या 1,51,643 और गंभीर कुपोषित बच्चों की संख्या 30,800 है.
नासिक, ठाणे और पुणे में कितने कुपोषित बच्चे?
मुंबई उपनगरों के बाद नासिक जिले में कुपोषण की संख्या में वृद्धि हुई है. नासिक में 9,852 बच्चे कुपोषण का शिकार हैं, जिनमें से 8,944 मध्यम कुपोषित और 1,852 गंभीर कुपोषित हैं. वहीं ठाणे में 7,366 मध्यम कुपोषित बच्चे और 844 गंभीर रूप से कुपोषित बच्चे हैं. उधर, पुणे में भी हालात कुछ ठीक नहीं हैं. यहां 7,410 मध्यम कुपोषित बच्चे और 1,666 गंभीर रूप से कुपोषित बच्चे हैं. 
धुले और छत्रपति संभाजी नगर में कुपोषण के आंकड़े
धुले जिले में भी बड़ी संख्या में बच्चे कुपोषण का शिकार हैं. यहां 6,377 मध्यम कुपोषित बच्चे और 1,741 गंभीर रूप से कुपोषित बच्चे हैं. इसके अलावा छत्रपति संभाजी नगर जिला में मध्यम रूप से कुपोषित बच्चों की संख्या 6,487 है जबकि 1,439 ऐसे बच्चे हैं जो गंभीर तौर से कुपोषण का शिकार हैं. 
कुपोषण कम करने के लिए सरकार की योजनाओं पर सवाल!
फिलहाल राज्य में कुपोषण के ये आंकड़े चौंका रहे हैं. कुपोषण कम करने के लिए प्रदेश की सरकार की ओर से शुरू की गई योजनाओं और उन पर होने वाले खर्च पर बड़ा सवालिया निशान लग रहा है. कुपोषण का सीधा अर्थ है मानव शरीर को स्वस्थ रहने के लिए जरूरी पोषक तत्वों का पर्याप्त मात्रा में न मिलना, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं.
अभी हाल में महाराष्ट्र सरकार की ओर से कहा गया था कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कुपोषण को मिटाने के लिए राज्य सरकार के प्रयास सफल रहे हैं. पिछले दो वर्षों में राज्य में कुपोषित बच्चों की संख्या में कमी की बात कही गई थी.
 

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating / 5. Vote count:

No votes so far! Be the first to rate this post.

Related Articles

Leave a Comment