मानसून सत्र के पहले ही दिन सोमवार (14 जुलाई) को महाराष्ट्र विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ. शिवसेना (UBT) नेता आदित्य ठाकरे और शिंदे गुट के विधायक निलेश राणे के बीच हुआ वाद-विवाद सबसे ज्यादा चर्चा में रहा. आदित्य ठाकरे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में ‘चड्डी बनियान गैंग’ कुछ भी कर रही है, लेकिन गठबंधन धर्म के कारण मुख्यमंत्री उन पर कार्रवाई नहीं कर पा रहे.
इसपर शिंदे गुट के विधायक निलेश राणे भड़क उठे और उन्होंने आदित्य ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा, “अगर हिम्मत है तो नाम लेकर बोलो, नहीं तो सदन में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल मत करो.”
मुख्यमंत्री को गठबंधन धर्म निभाना पड़ता है-आदित्य ठाकरे
आदित्य ठाकरे ने कहा, “मुख्यमंत्री को गठबंधन धर्म निभाना पड़ता है, इसलिए उन्हें बहुत सी बातें सहन करनी पड़ती हैं. उनके साथ जो लोग बैठे हैं, वह ‘चड्डी बनियान गैंग’ हैं. वे किसी को भी मारते हैं, कुछ भी करते हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती.” आदित्य ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सहनशीलता की सराहना करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री किसी पर कार्रवाई नहीं करते, लेकिन इस वक्त जो राज्य में और मुंबई में हो रहा है, उस पर नियंत्रण जरूरी है. ‘चड्डी बनियान गैंग’ पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और सरकार को दिखाना चाहिए कि शासन क्या होता है.”
निलेश राणे का आदित्य ठाकरे पर पलटवार
आदित्य ठाकरे की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए निलेश राणे ने कहा, “जो शब्द आपने इस्तेमाल किए, वह किसके लिए हैं, यह स्पष्ट बताइए. कौन चड्डी है और कौन बनियान, ये भी बताइए. अगर नाम लेने की हिम्मत नहीं है तो ऐसे शब्दों का इस्तेमाल मत कीजिए. अगर हिम्मत है तो साफ बताइए कि आपकी बात किसके लिए है.”
राणे ने आगे कहा, “सिर्फ राजनीतिक टीका-टिप्पणी करने के लिए कुछ भी बोल देना ठीक नहीं है. अगर हिम्मत है तो नाम लीजिए वरना ये शब्द कार्यवाही से निकाल दिए जाएं. अब देखना है कि उनमें कितनी हिम्मत है.”
महाराष्ट्र विधानसभा में आदित्य ठाकरे ने ‘चड्डी बनियान गैंग’ का किया जिक्र, निलेश राणे का पलटवार
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