भास्कर न्यूज | न्यू अमृतसर में बनाए जा रहे मंदिर के फंड के लेन-देन को लेकर दुर्ग्याणा कमेटी के दो वरिष्ठ पदाधिकारी आमने-सामने आ गए। महासचिव अरुण खन्ना और वित्त सचिव बिमल के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि कमेटी कार्यालय में दोनों के बीच गाली-गलौज तक हो गई। सेवादारों और अन्य सदस्यों ने यह सब सामने से देखा। वित्त सचिव बिमल ने यह मामला कमेटी के कार्यकारिणी ग्रुप में भी डाला है। उनका आरोप है कि न्यू अमृतसर मंदिर के लिए सालाना 1 करोड़ 30 लाख रुपए का बजट तय है, लेकिन तीन महीने में ही 50 लाख रुपए रिलीज कर दिए गए। इसके बावजूद जब उन्होंने फंड पर सवाल उठाया, तो महासचिव खन्ना अभद्र भाषा में बात करने लगे। बिमल ने आरोप लगाया कि खन्ना ने उनसे कहा- “ये पैसे तुम्हारे बाप के नहीं हैं। इसके जवाब में बिमल ने कहा- “तो फिर ये तुम्हारे बाप के भी नहीं हैं।’ उन्होंने माना कि उन्होंने भी जवाब गाली में दिया। महासचिव अरुण खन्ना ने सारे आरोपों को खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि वे कई दिन से कमेटी कार्यालय गए ही नहीं। उन्होंने कहा, “मैंने बिमल को कोई गाली नहीं दी। कल ही हम साथ बैठकर चाय पी रहे थे। यह सब मनगढ़ंत है।’ वहीं दुर्ग्याणा कमेटी की प्रधान प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने पूरे विवाद पर चिंता जताई।
महासचिव ने नकारे आरोप:दुर्ग्याणा के 2 पदाधिकारी फंड को लेकर उलझे
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