मां बनना हर महिला की लाइफ का एक खास एक्सपीरियंस होता है. जब कोई महिला प्रेग्नेंट होती है, तो आमतौर पर उसके शरीर में कुछ बदलाव दिखने लगते हैं, जिससे उसे प्रेग्नेंसी का पता चल जाता है. जब पीरियड मिस होता है, तो महिलाएं प्रेगनेंसी का टेस्ट करती हैं और तब उन्हें पता चलता है कि वे मां बनने वाली हैं.लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी महिला को प्रेगनेंसी का पता ही ना चले और अचानक उसे डिलीवरी हो जाए. हाल ही में ऐसा ही एक केस ऑस्ट्रेलिया से सामने आया है. चलिए जानते हैं कि क्या है ये केस और महिला को बिना प्रेग्नेंसी का पता चले कैसे डिलीवरी हो सकती है.बिना प्रेग्नेंसी का पता चले कैसे डिलीवरी हो सकती है?क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी में बिना प्रेग्नेंसी का पता चले डिलीवरी हो सकती है. क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें महिला को पूरे प्रेग्नेंसी के दौरान यह पता ही नहीं चलता कि वह प्रेग्नेंट है. ऐसी प्रेग्नेंसी में महिला को प्रग्नेंट होने का बिल्कुल भी पता नहीं होता, और कभी-कभी उसे बच्चे के जन्म से पहले कुछ घंटे में ही इसका पता चलता है. इस प्रेग्नेंसी में महिला को पीरियड्स जैसी ब्लीडिंग होती रहती है, जिससे प्रेग्नेंसी का शक नहीं होता है, इसमें पेट भी ज्यादा बड़ा नहीं दिखता है. साथ ही महिला को बच्चे की मूवमेंट भी महसूस नहीं होती और शरीर में बहुत ज्यादा वजन भी नहीं बढ़ता है.क्या था ऐसा ही एक केस?ऑस्ट्रेलिया की रहने वाली चार्लोट समर्स, जो सिर्फ 20 साल की हैं, उन्हें ये नहीं पता था कि वे प्रेग्नेंट हैं. ऐसे मे एक दिन वह डॉक्टर के पास एक नॉर्मल चेकअप के लिए गई थीं क्योंकि उन्हें लग रहा था कि उनका वजन थोड़ा बढ़ गई या है. डॉक्टर ने रूटीन चेकअप में प्रेगनेंसी टेस्ट किया, और रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद जब अल्ट्रासाउंड हुआ तो पता चला कि चार्लोट 38 हफ्ते और 4 दिन की प्रेग्नेंट थीं. अल्ट्रासाउंड में यह भी सामने आया कि बच्चे के चारों तरफ एमनियोटिक फ्लूइड होना चाहिए, वह नहीं था. इस वजह से चार्लोट को बड़े हॉस्पिटल भेजा गया. उन्हें लेबर पेन शुरू करवानी पड़ी और सिर्फ 7 मिनट बाद उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया.यह भी पढ़े : हेलमेट पहनने से झड़ रहे हैं बाल? जानिए क्यों होता है ऐसा और कैसे करें इससे बचाव
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