महीने में दो बार पीरियड्स का दर्द झेलती हैं कई महिलाएं, जानें ऐसा किस वजह से होता है

by Carbonmedia
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Periods Pain: आप ऑफिस में मीटिंग के लिए तैयार हो रही हैं या बच्चों की स्कूल प्रोजेक्ट में व्यस्त हैं, तभी अचानक तेज पेट दर्द और मूड स्विंग्स होने लगता है. लेकिन आप हैरान हैं क्योंकि पिछला पीरियड तो अभी दो हफ्ते पहले ही हुआ था. ऐसा सिर्फ आपके साथ नहीं हो रहा. कई महिलाएं इस परेशानी से गुजर रही हैं कि महीने में दो बार पीरियड्स का सामना करना पड़ता है और वो भी दर्द, थकावट और इरिटेशन के साथ. सवाल ये उठता है कि, आखिर ऐसा क्यों होता है. 


क्यों आते हैं महीने में दो बार पीरियड्स?


महिलाओं की मेंस्ट्रुअल साइकिल आमतौर पर 21 से 35 दिनों की होती है. लेकिन जब हार्मोनल असंतुलन या शरीर में किसी गड़बड़ी की वजह से यह साइकिल 15 से 20 दिनों की हो जाती है, तब महीने में दो बार पीरियड्स आने लगते हैं. 


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क्यों होता है ऐसा? 


हार्मोनल असंतुलन


एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन की गड़बड़ी से पीरियड्स जल्दी-जल्दी आने लगते हैं. ये असंतुलन थायरॉइड, तनाव, नींद की कमी या डाइट में बदलाव की वजह से हो सकता है.


ज्युवेनाइल ब्लीडिंग 


किशोरावस्था में हार्मोन स्थिर नहीं होते, इसलिए पीरियड्स अनियमित या दो बार आ सकते हैं. यह आमतौर पर कुछ महीनों में सामान्य हो जाता है. 


यूटेराइन फाइब्रॉइड्स या पॉलिप्स


गर्भाशय में छोटे-छोटे रसौली या गांठें भी अनियमित रक्तस्राव की वजह बन सकती हैं. 


पीसीओडी/पीसीओएस 


यह हार्मोनल डिसऑर्डर भी पीरियड्स में गड़बड़ी ला सकता है,  कभी जल्दी, कभी देर से हो सकता है. कभी-कभी तो आता ही नहीं है. 


कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स या इमरजेंसी पिल्स


इनका असर हार्मोन पर होता है, जिससे साइकिल गड़बड़ा जाती है. इसलिए पीरियड्स जल्दी या देरी से आते हैं. 


तनाव और लाइफस्टाइल में बदलाव


नींद न पूरी होना, अधिक स्ट्रेस, खानपान की गड़बड़ी,  ये सभी मेंस्ट्रुअल हेल्थ को प्रभावित कर सकते हैं. 


ध्यान रखने योग्य बातें


आहार में आयरन, कैल्शियम और विटामिन-बी12 शामिल करें


पर्याप्त नींद और रोज़ हल्की एक्सरसाइज करें


स्ट्रेस कम करने के लिए मेडिटेशन या प्राणायाम अपनाएं


बहुत अधिक चीनी, कैफीन और प्रोसेस्ड फूड से बचें


महीने में दो बार पीरियड्स आना कभी-कभी सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर यह लगातार हो रहा है तो ध्यान देना जरूरी है. शरीर के संकेतों को पहचानें और जरूरत हो तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें.


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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 

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