हरियाणा के महेंद्रगढ़ में अटेली थाना के गांव ताजपुर में एक मंदिर के पुजारी की संदिग्ध पस्थितियों में फांसी लगाने से मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने एसडीएम के आने के बाद शव को फंदे से उतारा। पुजारी के पास एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें उसने अपने करने के कारणों के बारे में बताया है। पुलिस ने पुजारी के शव को अपने कब्जे में लेकर उसको पोस्टमार्टम के लिए नारनौल के नागरिक अस्पताल में पहुंचाया। अटेली के गांव ताजपुर में नरसिंह भगवान मंदिर में एक पुजारी ने रात के करीब 2:30 बजे पंखे पर अपनी धोती का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। महादेव नाम का पुजारी मूल रूप से राजस्थान के पड़ोसी गांव हुडिया खुर्द का रहने वाला था। वह करीब 8 वर्षों से नरसिंह भगवान मंदिर में पुजारी था। करीब सात दिन पूर्व मंदिर में चोरी हो गई थी। चोरों ने मंदिर का एक छत्र चुरा लिया था, जो करीब 1 किलो चांदी का था। ऐसे में छत्र की कीमत करीब 1 लाख बताई जा रही है। जिसकी एफआईआर मंदिर के प्रधान राजाराम व खजांची बनवारी ने पुलिस में दर्ज करवाई थी।
जिसमें उन्होंने शक जताया था कि मंदिर के पुजारी के पास भानु प्रताप नामक युवक आता जाता है। ऐसे में भानु प्रताप ने ही मंदिर में से छत्र चुराया है। क्योंकि वह इस घटना के बाद मंदिर नहीं आ रहा है तथा उसे पूछने पर वह अलग-अलग बयान देता है। इसके बाद गांव में एक मीटिंग हुई जिसमें भानु प्रताप ने कहा कि वह दोषी नहीं है तथा मंदिर में 11 हजार रुपए दान कर देगा। इस पर पंचायत ने कहा कि ठीक है जो पुलिस कार्रवाई करेगी वह कर लेगी। इसके बाद भानु प्रताप का ताऊ मंदिर में आया तथा कहा कि वे दोषी हैं। इसलिए वे 41 हजार रुपए मंदिर में दान में दे देंगे। सुसाइड नोट पुलिस कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू की इसके बाद बीती रात को करीब 2:30 बजे इस घटनाक्रम से परेशान महादेव नामक पुजारी ने मंदिर के अंदर ही पंखे के हुक पर अपनी धोती से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। पुजारी ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है l फिलहाल पुलिस ने सुसाइड नोट अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
महेंद्रगढ़ में पुजारी ने फांसी लगा आत्महत्या की:8 वर्षों से मंदिर का पुजारी था, उसके पास एक सुसाइड नोट भी मिला
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