UP News: उत्तर प्रदेश के महोबा जिला पुरुष अस्पताल में शिकायतें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. अब डॉक्टरों द्वारा मरीजों को बाहर की दवाएं लिखीं जा रहीं. जेडी के निरीक्षण में मामला उजागर होने के बाद कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
मंगलवार को संयुक्त निदेशक डॉ. अभय प्रताप सिंह के औचक निरीक्षण ने अस्पताल की काली सच्चाई को उजागर कर दिया. निरीक्षण के दौरान एक डॉक्टर के कक्ष में एक बाहरी युवक को मरीजों के लिए बाहर की दवाएं लिखते रंगे हाथ पकड़ा गया, जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं.
जांच में खुला रैकेट, डॉक्टर के कक्ष में युवक पकड़ा
संयुक्त निदेशक डॉ. अभय प्रताप सिंह ने मंगलवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कई मरीजों के पास बाहर की महंगी दवाएं पाई गईं. सबसे चौंकाने वाली बात तब सामने आई, जब डॉ. गुलशेर अहमद के कक्ष में एक बाहरी युवक को मरीजों के लिए दवाएं लिखते पकड़ा गया. जेडी ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और युवक के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए. निरीक्षण के दौरान जेडी ने मरीजों के बयान दर्ज किए और सभी डॉक्टरों से लिखित स्पष्टीकरण मांगा.
डॉ. अभय प्रताप सिंह ने बताया कि अधिवक्ताओं की शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई है और मामले को अत्यंत गंभीरता से लिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं की शिकायत के बाद हमने औचक निरीक्षण किया. एक बाहरी युवक को डॉक्टर के कक्ष में दवाएं लिखते पकड़ा गया है, जिसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी.
अधिवक्ताओं की शिकायत और चेतावनी
13 जून को अधिवक्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें निशांत खरे, भरत कुमार और मोहम्मद नफीश शामिल थे ने एडी डॉ. रेखा रानी से इस मामले की शिकायत की थी. अधिवक्ताओं ने साक्ष्य प्रस्तुत करते हुए मांग की कि दोषी डॉक्टरों पर तत्काल कार्रवाई की जाए. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मंडल स्तर पर इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो वे शासन स्तर तक शिकायत लेकर जाएंगे.
महोबा: जेडी के औचक निरीक्षण में बड़ा खुलासा, मरीजों को बाहरी दवाएं लिखता मिला युवक
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