महोबा में मानसून की पहली बारिश बनी आफत, जिला अस्पताल में भरा पानी

by Carbonmedia
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UP News: यूपी में अब मानसून सक्रिय हो रहा है. रविवार को महोबा में झमाझम बारिश से लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली तो वहीँ जलभराव ने मुश्किलें बढ़ा दीं. शहर के कई प्रमुख मार्ग पूरी तरह जलमग्न हो गए व नालियां उफान मार गयीं, जिसने नगर पालिका की पोल खोल दी. वहीँ जिला अस्पताल परिसर चारों तरफ से पानी भर गया और अस्पताल के साथ-साथ आवास परिसर में पानी घुस गया, जिससे डॉक्टर और स्टाफ परेशान हो गए.
बता दें कि लगातार तीन घंटे से अधिक समय तक चली बारिश ने शहर की व्यवस्थाओं की पोल खोलकर रख दी. सबसे चिंताजनक स्थिति जिला अस्पताल और उससे सटे स्वास्थ्यकर्मियों के आवासीय परिसर की रही. यहां पानी इस कदर भर गया कि क्वार्टरों के अंदर तक जलभराव हो गया. डॉक्टरों और स्टाफ को अपने आवासों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. कई चिकित्सकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पहले भी इस समस्या की ओर ध्यान दिलाया गया था, लेकिन कोई ठोस उपाय नहीं किया गया.
कई सालों से बनी हुई जलभराव की समस्या
डॉक्टर पंकज राजपूत ने बताया कि उन्हें जिला अस्पताल में तैनात हुए पांच साल हो गए तब से वो इस समस्या को देख रहे हैं, बारिश की शुरुआत होते ही आवास के अन्दर पानी भर जाता है. वहीं आवास के बाहर भी जलभराव हो जाता है. जिससे आना जाना भी मुश्किल हो जाता है. आवासों में पानी भरने से अधिक समस्याएं होती है. कीचड़ युक्त गंदा पानी अन्दर घुस जाता है साथ ही तमाम गंदगी और अपशिष्ट पदार्थ आने से पूरा दिन खराब जाता है. इसके लिए नगर पालिक की बदहाल व्यवस्थाएं जिम्मेदार है. जबकि इसको लेकर डीएम से भी शिकायत की जा चुकी है. मगर जलभराव की समस्या खत्म नहीं हो रही है.
वहीं जिला अस्पताल के सर्जन डॉक्टर जी.सी. वर्मा ने कहा कि जिला अस्पताल परिसर के अलावा जो डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों के आवास नीचे बने हुए है उन्हें सबसे अधिक समस्याएं उठानी पड़ती है. जिसको लेकर सीएमएस को कई बार अवगत कराया जा चुका है. मगर समस्या का निदान नहीं हुआ.
ये इलाके भी प्रभावित
इसके अलावा शहर के शुक्रवारी बाजार, काजीपुरा, रोडवेज बस स्टैंड, परमानंद इलाके बुरी तरह प्रभावित हैं. जल निकासी न होने से सड़कें नालियों में तब्दील हो गईं हैं. वाहन चालकों को जहां ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा,  वहीं पैदल चलने वालों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी. सिर्फ शहरी क्षेत्र ही नहीं, बल्कि ग्रामीण इलाके भी बारिश के कहर से अछूते नहीं रहे। सदर तहसील के चिचारा गांव में बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. यहां कच्चे रास्तों पर पानी भरने से गांव के भीतर आना-जाना मुश्किल हो गया है.

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