महोबा जनपद के पनवाड़ी विकासखंड के ग्रामीणों का सब्र आखिरकार टूट गया. बारिश के कारण पनवाड़ी से नौगांव फदना मार्ग पर स्थित वर्मा नदी का रपटा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है. रपटा के क्षतिग्रस्त के कारण आधा दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह से बंद हो गया है. इस समस्या से परेशान होकर बुधवार को बुंदेलखंड किसान यूनियन के बैनर तले ग्रामीणों ने नदी में उतरकर जल सत्याग्रह शुरू कर दिया. प्रदर्शन कारियों ने बताया कि हर वर्ष इस समस्या से जूझना पड़ता है लेकिन इसका ठोस उपाय नहीं किया गया.
बुंदेलखंड किसान यूनियन के नेता पंकज तिवारी ने बताया कि यह रपटा करीब 31 साल पुराना है. आज तक इसकी मरम्मत या पुनर्निर्माण की कोई पहल नहीं हुई है. हर बारिश में यह रपटा जलमग्न हो जाता है, जिससे नौगांव फदना, बुडोरा, बैंदो, करहरा जैसे करीब आधा दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह कट जाता है. इससे न सिर्फ किसानों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होती है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाएं, मजदूरी और बाजार तक पहुंचना भी मुश्किल हो जाता है.
शिकायत के बाद भी नहीं हुआ समाधानपंकज तिवारी ने बताया कि जलभराव के कारण गांवों के छात्र-छात्राएं स्कूल नहीं जा पाते, और आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस तक गांवों में नहीं पहुंच पाती. ग्रामीणों द्वारा कई बार प्रशासन को शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. बारिश के समय इस रपटे पर जलभराव इतना होता है कि ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर आवागमन करना पड़ता है. कई बार हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन आंख मूंदे बैठा है. किसान यूनियन ने समस्या का समाधान शीघ्र नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
किसानों ने की पुल बनाने की मांगजल सत्याग्रह में शामिल किसानों का कहना है कि जब तक इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि वर्मा नदी पर शीघ्र अति शीघ्र पक्का पुल निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जाए, ताकि हर साल बारिश में ग्रामीणों को यह पीड़ा न झेलनी पड़े.
महोबा में वर्मा नदी के रपटे पर चढ़ा पानी, पुल की मांग को लेकर ग्रामीणों ने का जल सत्याग्रह शुरू
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